जमशेदपुर (ब्यूरो): श्रीविद्या शक्तिसर्वस्वम् चेन्नई के नेतृत्व में टाटानगर इकाई द्वारा जगज्जननी भगवती श्रीमाता ललिताम्बा की महती कृपा और अलौकिक संयोग से लौहनगरी में दूसरी बार आयोजित होने जा रहे इस कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। सभी कार्यक्रम परमपूज्य श्री विजय गुरुजी महाराज के सानिध्य में संपन्न होंगे। 5 जनवारी को यज्ञ हवन की पूर्णाहुति के साथ ही महाभंडारा का आयोजन होगा, जिसमें हजारो की संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।

निकलेगी कलश यात्रा

इस संबध में सोमवार को श्री राम मंदिर परिसर में आयोजकों ने पत्रकारों से बात करते हुए जानकारी दी कि 28 दिसंबर की सुबह 8 बजे से बिष्टुपुर स्थित लक्ष्मी नारायण गोस्वामी परमहंस मंदिर से कलश यात्रा निकाली जाएगी। इस कलश यात्रा में 1100 महिलाएं शामिल होंगी। कलश यात्रा बिष्टुपुर रीगल चौक मुख्य मार्ग होते हुए बिस्टुपुर राम मंदिर पहुंच कर समाप्त होगी। इसी दिन संध्या 3 बजे अरवी मंथन द्वारा अग्नि प्रज्वलित की जाएगी। दूसरे दिन 29 दिसंबर से 4 जनवरी तक रोजाना प्रात: 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक 37 जोड़ों द्वारा यज्ञ हवन किया जायेगा। यज्ञ 701 आहुति के माध्यम से विधिवत रूप से 71 वैदिक विद्वानों द्वारा वैदिक मंत्रोचार के साथ यज्ञाचार्य नेमि चंद शास्त्री की देख रेख में संपन्न होगा।

रोज शाम 4 बजे से होगी कथा

28 दिसंबर से रोजाना शाम 4 बजे से 7 बजे तक श्रीमद भागवत कथा का आयोजन होगा। विजय गुरूजी महाराज (चेन्नई) द्वारा कथा का वाचन किया जाएगा। इसके बाद भक्तों के बीच भंडारा प्रसाद का भी आयोजन किया गया है।

भजनों से होगा नववर्ष का स्वागत

31 दिसंबर की रात को विशेष और आकर्षक रूप में माता की चौकी का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में वर्ष 2022 की विदाई एवं 2023 नववर्ष का स्वागत माता के श्री चरणों में किया जायेगा। इस कार्यक्रम में भजनो की गंगा प्रवाहित करने हेतु शहर के भजन गायकों के अलावा प्रख्यात भजन गायिका उमा लहरी (जयपुर) द्वारा भजनों की अमृत वर्षा की जाएगी।

रोजाना शुरू में होगी गौ पूजा

आयोजकों ने बताया कि यज्ञ एवं हवन हेतु 55 गुणा 55 (31 सौ) 3100 स्क्वायर फीट की पूर्ण रूप से नए लोहे की शीट से यज्ञशाला निर्माण किया गया है। इसमें अलग-अलग देवता के 16 स्तंभ बनाए गए हैं। सनातन धर्म के अनुसार सभी स्तंभ के अलग-अलग महत्व हैं। इसके अलावा हवन के लिए 9 कुंड तैयार किये गए हैं। उन्होंने बताया कि हवन कुंड की परिक्रमा के भी अनेक फायदे होते हैं। इसलिए भक्तों की सुविधा के लिए परिक्रमा के लिए मात्र 10 रुपये में पूजन वस्तु उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही हर दिन पूजन का आरंभ गौ पूजा से होगी। इसलिए मंदिर परिसर में एक गौशाला भी बनाया गया है। जहां भक्त गौ सेवा कर सकेंगे।

5000 लोगों के बैठने की है व्यवस्था

कोलकाता के प्रसिद्ध कारीगरों द्वारा पूरे राम मंदिर एवं माता का श्रृंगार फूलों द्वारा भव्य एवं आकर्षक रूप से किया जाएगा। भंडारा एवं प्रसाद जोधपुर से आये 100 रसोइया द्वारा तैयार किया जायेगा। प्रचार वाहन द्वारा जमशेदपुर के आस पास के विभिन्न शहरों में घूम-घूम कर इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। कथा स्थल पर 5000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए पक्का वाटर प्रूफ डॉम पंडाल का निर्माण किया गया है। शहर के विभिन धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाएं भी इस कार्यक्रम में सहयोग कर रही हैं। इस धार्मिक समागम में चांडिल, चाकुलिया, धालभूमगढ़, घाटशिला, मुसाबनी, पुरुलिया, बलरामपुर, पटमदा, बांदवान के आलावा चेन्नई, मिदनापुर, बोकारो, हैदराबाद, शिलॉन्ग, कोलकाता, गुवाहाटी, सम्बलपुर, खडग़पुर इत्यादि स्थानों से हजारों भक्तों के पहुंचने की भी संभावना है। प्रेस वार्ता में नेमीचंद शास्त्री, दिलीप कुमार रिंगसिया, राजेश पसारी, पवन अग्रवाल, अशोक दाहिमा, अरूण बांकरेवाल, बिमल गुप्ता, आशीष अग्रवाल, अशोक मोदी, प्रदीप अग्रवाल, मनोज गुप्ता आदि उपस्थित थे।