JAMSHEDPUR: विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर श्रम विभाग की ओर से बिष्टपुर माइकल जॉन ऑडिटोरियम में 'श्रमिक सम्मान समारोह' मनाया गया। 11,258 असंगठित श्रमिकों के बीच 3.5 करोड़ से ज्यादा रुपए विभिन्न योजना के तहत बांटे गए। मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री सरयू राय ने कहा कि आज अधिकांश कंपनियों में स्थायी प्रकृति के कार्य ठेका श्रमिकों से कराया जा रहा है। एक ओर तो हम श्रमिक सम्मान समारोह आयोजित कर रहे हैं दूसरी ओर श्रम कानूनों को शिथिल करते जा रहे हैं। हमारे श्रमिक निश्चिंत नहीं हो पा रहे हैं कि उन्हें आज जो काम मिल रहा है वह कल भी रहेगा की नहीं। उन्हें अपनी मेहनत का सही प्रतिदान मिले इसका ध्यान रखना होगा। अब समय आ गया है कि ठेका मजदूरों के रोजगार के संरक्षण के लिए सरकार सही कानून बनाए।
योजनाओं के बारे बताया
उप श्रमायुक्त राकेश प्रसाद ने असंगठित श्रमिकों के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और उपयोगिताओं के बारे में बताया। उपविकास आयुक्त बी। माहेश्वरी ने असंगठित श्रमिक एवं उनके बच्चे अपने कौशल के उन्नयन के लिए जिले में चल रहे 29 स्किल सेंटरों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी उत्पादकता बढ़ा सकते है। उन्होने बताया कि जिले में अब तक 15,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण के उपरांत रोजगार प्राप्त हुआ है। जिला परिषद् की अध्यक्ष बुलु रानी सिंह ने अपने संबोधन में श्रम विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की प्रसंशा करते हुए सभी श्रमिकों को इसका लाभ उठाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में संयुक्त श्रमायुक्त अजीत कुमार पन्ना ने बताया कि जिले में 11,258 असंगठित श्रमिकों को 3,62,04,000 रूपये का लाभ विभिन्न योजनाओं के तहत डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से उनके बैंक खाते में दी जा रही है। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन श्रम अधीक्षक अरविंद कुमार ने किया। यहां विभिन्न श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि, कंपनी के अधिकारी, श्रम विभाग के अधिकारी, कर्मचारी तथा प्रखंडों से लगभग 500 श्रमिक भाग लिए।