JAMSHEDPUR: महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक के लिए शुक्रवार को शहर के सभी शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। मंदिर प्रबंधन की ओर से महाशिवरात्रि पर जुटने वाली भीड़ को देखते हुए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। शहर के शिवालय व मंदिर सजधजकर तैयार हैं। कहीं से बरात निकलेगी तो कही भंडारा होगा। महाशिवरात्रि पर श्रवण नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि व वरीयान योग का संयोग विशेष पुण्यप्रद व उत्तम फलप्रद है।
ज्योतिषाचार्य पं रमा शंकर तिवारी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर नित्य कर्म व स्नानोपरांत शांत चित्त व पवित्र मन से चंदन व रुद्राक्ष की माला धारण कर श्रद्धा भक्ति के साथ भगवान भोले शंकर का दर्शन, ध्यान व यथा संभव पूजन करना चाहिए। शिव पंचाक्षर मंत्र, ओम् नम: शिवाय का जप करना भी विशेष पुण्यप्रद रहेगा। महिलाओं के लिए शिवाय नम: या नम: शिवाय मंत्र का जप श्रेयस्कर रहेगा। देवों के देव महादेव की कृपा प्राप्ति के लिए महाशिवरात्रि का दिन सर्वोत्तम माना गया है। भगवान भोले शंकर की कृपा से असंभव भी संभव तथा दुर्लभ भी सुलभ हो जाता है। बाबा सभी भक्तों को मनोभिलषित फल प्रदान करते हैं। शास्त्रीय मतानुसार शिवरात्रि व्रत का पारण चतुर्दशी तिथि में ही कर लेना चाहिए। अत: व्रत का पारण 22 फरवरी शनिवार को कर लेना श्रेयस्कर रहेगा।
कहां क्या है आयोजन
मिट्टी के एक लाख महादेव
बिष्टुपुर स्थित परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर महिलाओं द्वारा मिट्टी के एक लाख पार्थिव शिव लिंग का निर्माण करेगी। इसके बाद पार्थिव पूजा होगी। शाम को महादेव का भव्य श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद रुद्राभिषेक होगा। देर शाम भजन कीर्तन का भी आयोजन होगा।
डिमना से निकलेगी शिव बरात
डिमना के शिरोमण नगर स्थित श्रीश्री शिरोमाणि अमरनाथ मंदिर के पुजारी हरेकृष्ण शास्त्री ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी महाशिवरात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। दिन में बाबा भोलेनाथ और मां पार्वती की पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद अभिषेक कर श्रृंगार किया जाएगा। यहां रात को गाजे-बाजे के साथ शिव बरात निकाली जाएगी। जो मंदिर प्रांगण से शुरू होकर डिमना चौक तक जाएगी। इसके बाद भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया जाएगा।
शीतला मंदिर में 4:30 बजे से निकलेगी शिव बरात
महाशिवरात्रि के मौके पर साकची स्थित शीतला माता मंदिर का पट सुबह चार बजे ही खोल दिया जाएगा। शाम 4:30 बजे मंदिर से शिव की बरात निकलेगी। मंदिर में शाम को रुद्राभिषेक होगा। रात आठ बजे से मंदिर के सारे पुजारी रुद्राभिषेक करेंगे, जो चार से पांच घंटे तक चलेगी। उसके बाद शिव और पार्वती का विवाह होगा।
महाशिवरात्रि पर महोत्सव आज से
ईस्ट बंगाल कॉलोनी स्थित प्राचीनकालीन आदि काली मंदिर में 21 फरवरी को सुबह छह बजे से राधाकृष्ण के अधिवास के साथ अष्टप्रहर कीर्तन का शुरू होगा। शाम आठ बजे राधाकृष्ण पूजन व रात दस बजे से शिव-पार्वती पूजन शुरू होगा। मंदिर कमेटी के प्रवीर दास ने बताया कि 22 फरवरी की शामा 7.30 बजे अमावस्या के मौके पर आदि काली मंदिर में स्थापित मां काली की पूजा की जाएगी। इसके बाद भक्तों के बीच महाभोग, भंडारा का आयोजन किया जाएगा।
सुबह से होगी पूजा-अर्चना
यहां सुबह से ही पूजा-अर्चना प्रारंभ होगी। शाम को भजन कीर्तन के अलावा रुद्राभिषेक होगा। यहां मंदिर प्रबंधन द्वारा महाशिवरात्रि को लेकर विशेष तैयारी की है।
महामृत्युंजय जाप आज
टेल्को राम मंदिर में श्री शिव शक्ति परिवार द्वारा महाशिवरात्रि को लेकर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 21 फरवरी को दोपहर 12 बजे से महामृत्युंजय जाप का आयोजन किया गया है। इसके बाद रुद्राभिषेक व हवन होगा। रात 12 बजे शिव विवाह होगा। 22 फरवरी को सुबह से पूजा पाठ के बाद शाम चार बजे से शिव विवाह भजन। 23 फरवरी को सुबह दस बजे महिलाओं द्वारा लोकगीत, 11 बजे से विशाल भंडारा, दोपहर दो बजे शिव बरात निकलेगी।
रात 9 बजे से रुद्राभिषेक
आंध्र भक्त श्री राममंदिरम बिष्टुपुर में सुबह से भक्तों के लिए पट खोल दिया जायेगा। मंदिर कमेटी महासचिव एसवी दुर्गा प्रसाद ने बताया कि सुबह 7:30 बजे से रात 9 बजे तक मंदिर का पट खुला रहेगा। रात 9 बजे रुद्राभिषेक शुरू किया जायेगा। मंदिर परिसर में थर्मोकोल का भव्य भोले शंकर की झांकी बनाई जायेगी।
चांदी के शिवलिंग पर होगा जलाभिषेक
वनदेवी काली मंदिर फदलोगोड़ा, पारडीह स्थित शिवमंदिर में महाशिवरात्रि के मौके पर चांदी के शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जाएगा। नागा बाबा शिवमंदिर में 31 किलो चांदी से शिवलिंग और अरघा का निर्माण कराया गया है। 1995 में स्थापित नागा बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की अटूट आस्था है। महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को यहां भगवान भोलेनाथ का रूद्राभिषेक किया जाएगा। महंत इंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि महाशिवरात्रि पर भजन-कीर्तन के साथ श्रद्धालुओं के लिए भंडारा भी होगा।
इस बार नहीं निकलेगी शिव बरात
साकची स्थित श्रीश्री मनोकामना नाथ शिव दुर्गा मंदिर में इस बार शिव बरात नहीं निकाली जाएगी। महाशिवरात्रि के मौके पर सुबह से ही जलार्पण किया जाएगा। शाम को रुद्राभिषेक होगा और भक्तों के बीच प्रसाद व भोग का वितरण किया जाएगा। शिरडी धाम में मंदिर कमेटी के सदस्य भरत कुमार बोरा उर्फ बबला भाई के आकस्मिक निधन हो जाने के कारण शिव बरात नहीं निकालने का निर्णय लिया गया।
शाम 4.30 बजे निकलेगी शिव बरात
महाशिवरात्रि के मौके पर कीताडीह गौरी मंदिर में शाम 4.30 बजे शिव बरात निकलेगी। इसके बाद शाम सात बजे शिव विवाह होगा। शिव विवाह के बाद रात दस बजे से रूद्राभिषेकम होगा।
धूमधाम से निकलेगी शिव बारात
साकची बाजार स्थित शिव मंदिर में इस वर्ष भी धूमधाम के साथ शिव बरात निकाली जाएगी। शिव बरात में 'भूत-पिचाश' समेत साधु महात्मा शामिल होंगे। शिव बरात गाजे-बाजे के साथ साकची बाजार का भ्रमण करेगी। इसके लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है।