JAMSHEDPUR: दलित इंडियन चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) की ओर से बुधवार को बिष्टुपुर स्थित होटल अलकोर में फूड प्रोसे¨सग पर सेमिनार किया गया, जिसमें अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय के उद्यमियों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

युवाओं को आगे आना होगा

डिक्की के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि कुमार नारा ने कहा कि डिक्की एससी-एसटी युवाओं को उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में लीडर बनाना चाहती है। युवाओं को आगे आना होगा, तभी भारत सरकार की विभिन्न जन कल्याण योजनाओं के तहत उन्हें लाभ पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज देश में इस समाज के एक सौ से अधिक ऐसे उद्यमी हैं, जिनका टर्नओवर 1000 करोड़ से अधिक है, जबकि 500 का टर्नओवर 500 करोड़ से अधिक है। डिक्की के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजा नायक ने कहा कि स्टैंडअप इंडिया के तहत बहुत लोगों को डिक्की ऋण उपलब्ध करा रही है। इसका लाभ अधिक से अधिक युवाओं को उठाना चाहिए। जो युवा डिक्की से जुड़कर काम करना चाहते हैं, उन्हें डिक्की भरपूर सहयोग करेगी। डिक्की ने प्रत्येक राज्य में बिजनेस सेंटर खोलकर युवाओं को उद्योग एवं व्यापार करने के लिए प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है।

एससी-एसटी हब डिक्की की परिकल्पना

केंद्र सरकार द्वारा एससी-एससी एसटी हब और एनएसआइसी के हेड विनोद कुमार ने कहा कि एसटी हब 2016 में स्थापित किया गया है, जो डिक्की की परिकल्पना है। इसके तहत एससी एसटी युवाओं को उद्योग एवं व्यापार के लिए विभिन्न तरह के जानकारी एवं प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसका लाभ उठाकर उद्यमी या व्यापारी बन सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन व अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डोमन टुडू ने की, जबकि स्वागत भाषण प्रदेश संयोजक नवनीत कुमार ने दिया। कार्यक्रम को फूड एंड ड्रग विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सुमंत तिवारी, डिक्की पेट्रोलियम इंडस्ट्रीज हेड राजेंद्र कुमार, ईस्टर्न इंडिया हेड मुनमुन विश्वास, उपाध्यक्ष दिनेश पासवान, बिहार के अध्यक्ष सुनील ¨सधु, सुनील आर्य व अरुण कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर झारखंड की छह महिला उद्यमियों को शील्ड देकर सम्मानित किया गया, जिसमें रितिका मुखी, बबीता करूवा, दुर्गा टुडू, पूजा टुडू, मंपी विश्वास व शालगे टुडू शामिल हैं।