जमशेदपुर (ब्यूरो) । सिटी के टेल्को स्थित हिल टॉप स्कूल परिसर में 8वीं कक्षा के एक छात्र को स्कूल के ही कुछ छात्रों ने जमकर पिटाई कर दी। इस मारपीट से बच्चे को गंभीर चोट आयी। पूरे मामले में पीड़ीत छात्र के परिजन द्वारा टेल्को थाना के साथ ही जिला शिक्षा विभाग में भी लिखित शिकायत की गई है।
कैंपस में हुई मारपीट
बिरसानगर निवासी शंभू सिंह सरदार का कहना है कि उनका पुत्र टेल्को के हिल टॉप स्कूल में 8वीं क्लास में पढ़ाई करता है। विगत दिनों रोज की तरह वह स्कूल गया था। वहां किसी बात को लेकर स्कूल परिसर में ही क्लास शुरू होने से ठीक पहले करीब 7.30 बजे स्कूल के ही कुछ छात्रों ने उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी। इस मारपीट में पीड़ित छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे गुप्तांग में काफी चोट आयी।
दर्द होने पर भेजा अस्पताल
उनका आरोप है कि घटना के बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा उसके परिजनों को तत्काल सूचित न कर और बिना प्राथमिक इलाज के छात्र को क्लास में भेज दिया गया। इसके बाद जब बच्चा असहनीय दर्द से कराहने लगा तो स्कूल की एक महिला स्टाफ शिप्रा कंडाई के साथ उसे टेल्को अस्पताल भेज दिया गया। वहां बच्चे को चोट लगने का कारण भी नहीं बताने दिया गया और उक्त महिला स्टाफ ने लिखवा दिया कि खेलने के दौरान बच्चे को चोट लगी है।
2 घंटे बाद पेरेंट्स को सूचना
कहा जा रहा है कि सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद करीब 9.30 बच्चे बच्चे के पिता शंभू सिंह सरदार को इंफॉर्म किया गया। बच्चे ने अपने पिता को घटना के संबंध में बताया तो वे प्रिंसिपल पुनिता बी चौहान से मिलने स्कूल पहुंचे, लेकिन प्राचायज़् ने भी घटना से इंकार करते हुए खेलने के दौरान चोट लगने की बात कही।
फुटेज दिखाने से किया इंकार
इसके बाद शंभू सिंह वापस लौट गए और अपनी बहन लक्ष्मी सिंह सरदार जो सरायकेला के भाग 11 की जिला परिषद सदस्य है, के साथ एक लिखित शिकायत पत्र लेकर स्कूल पहुंचे और एक प्रति देते हुए रिसीविंग देने को कहा। आरोप है कि प्रिंसिपल ने सीसीटीवी फुटेज दिखाने से इंकार कर दिया। प्रिंसिपल द्वारा जिला परिषद सदस्य से भी अनुचित व्यवहार किया।
डाक से भेजी शिकायत
इसके बाद शंभू सिंह ने स्कूल की प्रिंसिपल और टाटा मोटर्स प्रबंधन को डाक के जरिए शिकायत पत्र भेजा। इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय टेल्को थाना और जिला शिक्षा अधीक्षक से भी लिखित शिकायत की, लेकिन अब तक न तो थाना और न ही शिक्षा विभाग द्वारा मामले में कोई पहल की गई है।
निलंबन की चर्चा
इधर कहा जा रहा है कि प्रिंसिपल द्वारा आरोपी छात्रों को निलंबित कर दिया गया है।
यह घटना बच्चों के साथ आपस में हुई है। अब चाहे घटना खेल-खेल में ही हुई हो, लेकिन इसमें शामिल बच्चों को सस्पेंड कर दिया गया है।
पुनिता बी चौहान, प्रिंसिपल, हिल टॉप स्कूल
स्कूल प्रशासन ने बात को छुपाया, जो गलत है। वस्तुस्थिति से सभी बच्चों के पेरेंट्स को बुलाकर बात करनी चाहिए। सभी के सामने आरोपियों को सस्पेंड करना चाहिए। मामले को छुपाना बड़ी गलती करने के लिए प्रेरित करने के समान है। मामले में प्रशासन को स्कूल प्रबंध के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
डॉ उमेश कुमार, अध्यक्ष, जमशेदपुर अभिभावक संघ