GHATSHILA: घाटशिला कॉलेज में अभाविप के द्वारा सरस्वती पूजा के लिए अनुमति मांगे जाने के बाद अनुमति नहीं मिलने पर कॉलेज में उत्पन्न विवाद के बाद गुरुवार को मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया। कॉलेज के ¨प्रसिपल डॉ। बीएन प्रसाद के पहल पर पांच छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों संग कॉलेज में बैठक कर पूजा करने के मामले पर चर्चा हुई। इसमें अभाविप, एआईडीएसओ, एसीएस, एनएसयूआई व कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के सदस्य बैठक में मौजूद रहे। लगभग 2 घंटे तक चली बैठक में काफी मशक्कत के बाद एक निर्णय निकाला गया। इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अगले वर्ष सभी घाटशिला कॉलेज में एक माह पूर्व ही बैठक कर पूजा को लेकर एक कमेटी का गठन होगा तथा धूमधाम से घाटशिला कॉलेज में सरस्वती पूजा होगी। इस निर्णय पर सभी संगठनों ने आपसी सहमति जताई। हालांकि अभाविप ने निर्णय का समर्थन तो किया लेकिन यह भी कहा हैं कि अगर कोई विद्यार्थी कॉलेज में पूजा करेंगे तो अभाविप उनका समर्थन करेगा। अभाविप के इस स्टैंड के बाद कॉलेज में एक संश्य बना हुआ हैं। ¨प्रसिपल के संग हुई बैठक में मुख्य रुप से घाटशिला कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के विश्वविद्यालय प्रतिनिधि वासेत हांसदा, सचिव फुदान मुर्मू, अभाविप नेता रोहित शुक्ला, एआईडीएसओ के दीपक कुमार साव, एनएसयूआई शंकर बेहरा, पूर्व विश्वविद्यालय प्रतिनिधि मोहनलाल टुडू, एसीएस के रघुनाथ हांसदा उपस्थित थे। इसमें कॉलेज के शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में नरेश कुमार, इंदल पासवान मौजूद रहे हैं।

मुस्तैद रही पुलिस

घाटशिला कॉलेज में बुधवार उत्पन्न विवाद के बाद गुरुवार घाटशिला कॉलेज में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस मुस्तैद रहे। घाटशिला थाना के पुलिस अधिकारी जवानों संग कॉलेज कैंपस में मौजूद दिखे। हालांकि गुरुवार घाटशिला कॉलेज कैंपस शांत रहा। अभाविप के समर्थक विद्यार्थी कॉलेज कैंपस में जुटे रहे। बैठक के निर्णय के अंतिम समय तक अभाविप के विद्यार्थी बाहर खड़े रहे। अभाविप नेता रोहित शुक्ला ने बताया कि पांच कमेटियों ने मिलकर जो निर्णय लिया हैं उस निर्णय का हम स्वागत करते हैं।

अभाविप करेगा समर्थन

अभाविप नेता राजू महतो ने कहा कि अगले वर्ष घाटशिला कॉलेज में धूमधाम से पूजा आयोजित होगी। बैठक में लिए गए इस निर्णय का हम स्वागत करते है। यह विद्यार्थी परिषद की जीत हैं। परंतु वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए अगर कोई आम छात्र कल परिसर में पूजा करती हैं तो विद्यार्थी परिषद समर्थन करेगी।