जमशेदपुर (ब्यूरो): जमशेदपुर के लेखक संदीप मुरारका ने वैसे आदिवासी व्यक्तित्वों पर लेखन कार्य किया है, जो देश के सर्वोच्च सम्मान प्राप्त कर चुके हैं अथवा देश के सर्वोच्च पदों को सुशोभित कर रहे हैं। संदीप मुरारका बताते हैं कि आदिवासी हमारे लिये प्रेरणा स्रोत हैं, क्योंकि परस्थितियों के विपरीत होने के बावजूद अपने कठिन संघर्ष के द्वारा वे सफलताओं का परचम लहरा रहे हैं। शॉर्ट बॉयोग्राफी एवं फीचर के जरिए संदीप मुरारका लगातार प्रेरक आदिवासी चरित्रों से पाठकों को रुबरु करा रहे हैं। उन्होंने 23 राज्यों की लगभग 52 जनजातियों के विख्यात आदिवासियों पर कॉफी टेबल बुक लिखी है।
बेस्टसेलर का दर्जा
देश के एक सौ पांच विशिष्ट जनजातीय व्यक्तित्व शीर्षक के नाम से प्रकाशित कॉफी टेबल बुक में वैसे आदिवासियों का परिचय समाहित है, जो भले स्वयं कभी स्कूल न गए हों, परंतु आज उनके अनुकरणीय जीवन व कार्यों पर पीएचडी की जा रही है। यह सचित्र रंगीन पुस्तक कोलकाता के विद्यादीप फाउंडेशन ने प्रकाशित की है, जो बहुत ही कम समय में काफी लोकप्रिय हो चुकी है और ऑनलाइन प्लेटफार्म पर बेस्टसेलर का दर्जा प्राप्त कर चुकी है। संदीप मुरारका पूर्व में भी आदिवासियों पर तीन पुस्तकों का लेखन कर चुके हैं। उनकी पुस्तकें शिखर को छूते ट्राइबल्स भाग एक से तीन शोधार्थियों एवं यूपीएससी के छात्र छात्राओं के बीच काफी लोकप्रिय हो चुकी हैं। संदीप मुरारका बताते हैं कि सफलता के लिये संसाधनों की नहीं बल्कि संकल्प की आवश्यकता है।
250 लोगों को भोजन कराकर मनाया &वैलेंटाइन डे&य
वैलेंटाइन डे के अवसर पर आज करीम सिटी कॉलेज के रोटरेक्ट क्लब ने देवनगर बस्ती में अपने अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट &रोटी डे&य का आयोजन किया। इस अवसर पर बस्ती के करीब 250 लोगों को दोपहर का भोजन कराया गया। इस कार्यक्रम में कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। मोहम्मद रियाज, रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर की अध्यक्ष रोटेरियन निभा मिश्रा, रोटेरियन प्रीति और रोटेरियन आलोका नंदा उपस्थित थीं। कार्यक्रम करीम सिटी कॉलेज के रोटरेक्ट क्लब के मॉडरेटर डॉ अहमद बद्र के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से करीम सिटी कॉलेज के रोटरेक्ट क्लब और स्टील सिटी के रोटरेक्ट क्लब के सदस्यों की अहम भूमिका रही।