जमशेदपुर: टाटा स्टील में पहली बार स्टील वेज व एनएस ग्रेड में कार्यरत कर्मियों को एक समान लीव ट्रैवल्स कंसेशन (एलटीसी) मिलेगा। समझौते के तहत 18,400 से कम बेसिक वाले कर्मियों को 36,600 जबकि उससे अधिक वाले कर्मियों को 38,600 रुपये एलटीसी मिलेगा। टाटा स्टील प्रबंधन और टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच गुरुवार शाम कंपनी परिसर स्थित बोर्ड रूप में एलटीसी पर समझौता हुआ। एलटीसी समझौते में कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट (एचआरएम) अत्रेई सरकार, ग्रुप चीफ आइ-आर जुबिन पालिया, हेड आइ-आर राहुल दुबे सहित यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी, डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह व महामंत्री सतीश कुमार सिंह ने हस्ताक्षर किया।
क्या है नया समझौता
नया समझौता पहली जनवरी 2020 से अगले चार वर्षो के लिए प्रभावी होगा। पिछली ग्रेड में स्टील वेज और एनएस ग्रेड के एलटीसी में असमानता थी। लेकिन नए समझौते में इस असमानता को दूर किया गया है। एनएस ग्रेड कर्मचारियों के एलटीसी में अतिरिक्त 1000 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। समझौते के तहत जिन कर्मचारियों ने समझौते से पहले एलटीसी का लाभ उठा लिया है तो बढ़ी हुई राशि के अनुरुप उन्हें जुलाई माह के वेतन के साथ एरियर मिलेगा।
सेकेंड एसी टिकट आधार नहीं
टाटा स्टील में हर बार पिछले चार वर्षो में सेकेंड एसी के टिकट की कीमत में कितनी बढ़ोतरी हुई, उस आधार पर एलटीसी की मूल राशि में बढ़ोतरी होती थी। वर्ष 2012 से 2016 के बीच टिकट में 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। इससे पहले भी वर्ष 2008 से 36 प्रतिशत व 39 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई। लेकिन 2016 के बाद टिकट की कीमत में मात्र तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। ऐसे में एलटीसी की राशि में कंपनी प्रबंधन 1700 रुपये ही बढ़ाने को तैयार थी। लेकिन यूनियन नेतृत्व ने तर्क दिया कि सेकेंड एसी टिकट की दर में भले ही बढ़ोतरी नहीं हुई लेकिन रेल मंत्रालय फ्लेक्सी टिकट, प्रीमियम टिकट व तत्काल टिकट का कोटा बढ़ा दिया है। इसके कारण काउंटर से टिकट नहीं मिलते। कर्मचारियों को नए कोटे से टिकट लेना पड़ता है जो काफी महंगा होता है। तर्क को मानते हुए कंपनी प्रबंधन ने पिछली राशि में 8100 रुपये बढ़ोतरी पर हामी भरी।
अब 4 के बजाए दो स्लैब
टाटा स्टील में पहले स्टील वेज व एनएस ग्रेड में एलटीसी में बेसिक के आधार पर चार स्लैब होते थे। लेकिन कंपनी प्रबंधन ने इसे भी घटाकर दो स्लैब कर दिया है। अब 18,400 रुपये बेसिक को मानक बनाया गया है।
सेकेंड एसी टिकट के आधार पर इस बार एलटीसी में उतनी बढ़ोतरी संभव नहीं थी। लेकिन हमारा उद्देश्य आर ग्रेड से लेकर एनएस ग्रेड के एलटीसी को सम्मानजनक बनाना था और इसमें हम सफल हुए। इसके लिए कंपनी प्रबंधन सहित हमारी टीम के शैलेश व सतीश भी बधाई के पात्र हैं।
-संजीव उर्फ टुन्नू चौधरी, अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन