CHAIBASA: बंदगांव प्रखंड के कराईकेला में माओवादियों के साथ के हुई मुठभेड़ में शहीद जवान और एसपीओ के पार्थिव शरीर को सोमवार को पुलिस लाइन चाईबासा में श्रद्धांजलि दी गई। पूरे सम्मान के साथ दोनों के शरीर को जिला के वरीय पदाधिकारियों ने नमन करते हुए पुष्प अर्पित किये। इस दौरान जब शहीदों के परिवार वाले श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो अचानक माहौल गमगीन हो गया। शहीद जवान लखींद्र मुंडा की पत्नी बांदू गागराई जब श्रद्धांजलि देते हुए फफक कर रो पड़ी, इस दौरान सभी की आंखें नम हो गई।

बेसुध हो गया शहीद का बेटा

वहीं, एसपीओ का काम करने वाले सुंदर स्वरूप महतो का पुत्र आशीष महतो पिता को श्रद्धांजलि देते हुए बेसुध हो गया। इससे माहौल में मातमी सन्नाटा छा गया। सभी पुलिस पदाधिकारी दोनों मृतक के परिवार को आश्वासन देते हुए दिखे। इस मौके पर कोल्हान डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि नक्सलियों के कायराना हरकत की वजह से पुलिस जवान सहित एसपीओ की मौत हुई है। उनके शहादत को हम कभी नहीं भूलेंगे। तत्काल दोनों परिवार को 50 -50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है ।

नौकरी का आश्वासन

आरक्षी लखींद्र मुंडा के परिवार को अभी से सेवानिवृत्ति तक जितना भी पैसा मिलना था, उन्हें एकमुश्त दिया जाएगा। साथ ही उनकी पत्नी को नौकरी भी दी जाएगी। इसके अलावा सरकार से जो मिलने वाली अन्य सुविधा भी प्रदान की जाएगी। वहीं एसपीओ के रूप में काम करने वाले सुंदर स्वरूप महतो के परिजनों को भी पुलिस हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। सरकार से बात करके परिवार के सदस्य को नौकरी दिलाने, उनके बच्चों के पढ़ाई लिखाई, वहीं पत्नी को जो भी आर्थिक सहायता देने का प्रावधान होगा, उन्हें हर संभव मदद की जायेगी। दोनों परिवार हमारा ही परिवार हैं। इनके हर सुख दुख में हम उनके साथ खड़े हैं। इस कायराना हरकत से हमारा मनोबल और बढ़ेगा हमारा मकसद नक्सलवाद को खत्म करना है।

हर संभव सहयोग का भरोसा

उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि दोनों देश के लिए शहीद हुए हैं। जो सम्मान जवान को दिया जा रहा है वही सम्मान एसपीओ को भी दिया गया। उनके परिवार को जो भी मदद होगी जिला प्रशासन इसके लिए तैयार हैं। इस प्रकार की कुर्बानी को हम कभी नहीं भूल सकते। 10 से 15 दिन के अंदर पीडि़त परिवार को सुविधा देने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।

नक्सलियों ने की कायराना हरकत

पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने कहा कि दोनों ने देश के लिए कुर्बानी दी है। हम उनके कुर्बानी को हमेशा याद करेंगे और प्रेरणा लेते रहेंगे। माओवादियों की कायराना हरकत की वजह से यह घटना घटी है। नक्सलियों द्वारा चलाया गया गोली किसी को भी लग सकता थी। वहां हमारे पुलिस पदाधिकारी के साथ काफी जवान मौजूद। पहली बार ग्रामीणों के आड़ लेकर माओवादियों ने ओछी हरकत की। च्हिला और बच्चों को बीच में रखकर इस घटना को अंजाम दिए। माओवादी संगठन के खिलाफ हमारा अभियान लगातार चलता रहेगा जब तक उनको जड़ से खत्म नहीं कर देते हमारे जवान रुकने वाले नहीं हैं। पुलिस प्रशासन ने शहीद जवान के साथ एसपीओ को भी वही सम्मान दिया। जल्द ही प्रशासन की ओर से दोनों परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैया करायी जाएगी।