न्ष्ठढ्ढञ्जङ्घन्क्कक्त्र : आदित्यपुर मांझीटोला निवासी सह टाटा स्टील कर्मी प्रभात कुमार के घर पर मंगलवार को जैसे ही उनकी पत्नी, पुत्र-पुत्री का शव पहुंचा तो पूरा मांझीटोला सहम गया। इस कारण पुरा माहौल पुरी तरह से गमगीन हो गया। टाटा स्टील कर्मी प्रभात कुमार को देखने से तो ऐसा लगा कि मानो उनको काठ मार गया है। वह चुपचाप भगवान को इस घटना के लिए कोसते नजर आ रहे थे। इस दौरान जैसे ही घर के आंगन में पत्नी, पुत्र, पुत्री का शव रखा गया तो सबकी आंखें गमगीन हो गई। इस दौरान प्रत्येक शख्स शवों को घूमकर देख रहे थे। उनकी आंखों से बरबस आंसू निकलने लगे। इसके बाद जमशेदपुर के पार्वती घाट में चारों शवों का अंतिम संस्कार किया गया। लोगों ने कभी सोचा भी नही था कि एक ही घर से चार लोगों का एक साथ शव निकलेगा व पिता के द्वारा अपने हाथों से पुरे परिवार को मुखाग्नि देना होगा। परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। स्थानीय लोग किसी तरह से परिवार का हौसला बढा रहे थे। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग घर से लेकर पार्वती घाट तक पहुंचे थे। प्रभात कुमार पूर्व के समय में लाइम प्लांट में कर्मचारी थे लेकिन अब वह टाटा स्टील प्राजेक्ट को देख रहे थे।

बेटा, बेटी, पत्नी को दी मुखाग्नि

टाटा स्टील कर्मी प्रभात कुमार ने पत्नी ममता रानी, पुत्री मधु कुमारी, पुत्र अमन कुमार को मुखाग्नि जमशेदपुर पार्वती घाट में दिया गया। जबकि प्रभात कुमार का साला अभय किशोर को मुखाग्नि उनके गांव से आए एक चाचा एवं अभय कुमार के 6 वर्षीय पुत्र के द्वारा दिया गया। इसके कारण पूरा माहौल गमगीन हो गया । इस दौरान प्रभात कुमार कभी रोते थे तो कभी चुप हो जाते थे। उनकी स्थिति को देख लोग अपने आप को रोक नहीं पा रहे थे।

कई लोग पहुंचे आवास

पीडि़त परिवार को संवेदना देने के लिए आदित्यपुर के साथ ही टाटा वर्कर्स यूनियन से भी कई लोग पहुंचे । इस दौरान टाटा वर्कस यूनियन के नेता संजीव चौधरी उर्फ टुनु चौधरी, महामंत्री सतीश सिंह, उपाध्यक्ष हरिशंकर सिंह, नप उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह, भाजपा नेता रमेश हांसदा, बबलू सिंह, पार्षद नथुनी सिंह, कमलेश सिंह आदि उपस्थित थे।

शव यात्रा भी एक बजे निकली

सोमवार को पूरा परिवार अपने घर से सूर्यमंदिर के लिए एक बजे पूजा करने को निकला था, लेकिन दोपहर ढाई बजे सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई। मंगलवार को प्रभात कुमार के परिजन बिहार शरीफ के हगैनपुरा गांव से आए थे। इसके अलावा प्रभात कुमार की बहन भी रांची एयरपोर्ट से सीधे आदित्यपुर स्थित आवास पर पहुंची। चारों लोगो की शवयात्रा दोपहर एक बजे निकली।

एक जनवरी को था बेटे का बर्थडे

उमेश इंक्लेव निवासी अभय कुमार के पुत्र का जन्मदिन एक जनवरी को था। इसकी तैयारी वे कर रहे थे, पुत्र को इस वर्ष साइकिल देना था जिसे खरीद भी लिया था। अभय का शव पहुंचते ही उनकी पत्नी बेसुध हो गई। मृतक जहानाबाद जिले के घोसी के रहनेवाले थे।