जमशेदपुर (ब्यूरो): झारखंड में 65 फीसदी महिलाए एनीमिया से पीडि़त हैं और 5 वर्ष से कम उम्र के लगभग 15 लाख बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। इसके लिए समग्र कार्यक्रम चलाने की जरूरत है। ये बातें रोटी बैंक चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन मनोज मिश्रा ने कही। श्री मिश्रा अरका जैन विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग में आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी का विषय मानवाधिकार और भूखमरी थी। उन्होंने फार्मेसी विभाग के छात्र-छात्राओं को इस दिशा में आगे बढ़ कर जमीनी स्तर पर कार्य करने का आह्वान किया।

भूखमरी पर चर्चा

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए फार्मेसी एवं स्वास्थ्य विभाग के डीन डॉ ज्योतिर्मय साहू ने भूखमरी पर चर्चा की। कहा कि एक ओर पूरी दुनिया गरीबी और भूखमरी से बड़ी लड़ाई लड़ रही है, वहीं भारत भूखमरी के पायदान पर लगातार पिछड़ता जा रहा है। हाल ही में जारी भूखमरी इंडेक्स में भारत 121 देशों में 107 पर पहुंच कर पाकिस्तान और बांग्ला देश से भी पिछड़ गया है, जो बेहद ही दु:खद है। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि अरका जैन विश्विविद्यालय के फार्मेसी विभाग के छात्र इस दिशा में रोटी बैंक के साथ जुडक़र अवश्य ही सकारात्मक दिशा में कार्य करेगा।

किया गया सम्मानित

कार्यक्रम के अंत में समाज के उपेक्षित एवं पीडि़तों के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले छात्र-छात्राओं को रोटी बैंक की ओर से हीरो हंगर अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम मे विशिंष्ट अतिथि के रूप मे जमशेदपुर पब्लिक स्कूल की शिक्षिका डॉ पूनम कुमारी, डॉ निभा शुक्ल, एडवोकेट सलावत महतो सहित अन्य उपस्थित थीं।