छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: लौहनगरी में सरकारी अनाज की कालाबाजारी भंडाफोड़ हो गया। साकची और गोलमुरी थाना क्षेत्र में एक साथ छापेमारी कर दोनों थाना की पुलिस, जिला प्रशासन व राश¨नग विभाग की टीम ने करीब 25 लाख रुपये का अनाज अलग-अलग गोदामों से बरामद किया है, जिसमें करीब 800 ¨क्वटल चावल व करीब 400 ¨क्वटल गेहूं के साथ चीनी भी जब्त किया गया। कालाबाजारी का यह गोरखधंधा साकची के गुरुनानक नगर और गोलमुरी के हावड़ा ब्रिज के पास एक घर के गोदाम में चल रहा था। छापेमारी दल का नेतृत्व एडीएम नंदकिशोर लाल और एसओआर नवीन कुमार ने किया। दो स्थानों पर छापेमारी के बाद शुक्रवार रात को टीम ने गोलमुरी स्थित रिफ्यूजी मार्केट के परमेश्वर स्टोर में भी छापेमारी की। वहां भी भारी मात्रा में अनाज बरामद किया गया। गोदामों से बोरा सील करने वाली मशीन, सरकारी टैग और पै¨कग में इस्तेमाल होने वाले सामान भी मिले हैं।

दोनों भाई हैं ट्रांसपोर्टर

अब तक टीम को जानकारी मिली है कि साकची स्थित गोदाम दीपक मोहनानी और गोलमुरी का गोदाम संजय मोहनानी का है। दोनों भाई हैं 2017-18 से ही जनवितरण प्रणाली (पीडीएस या पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम) के ट्रांसपोर्टर हैं। ये बर्मामाइंस स्थित भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) व राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) के गोदाम से अनाज उठाकर पीडीएस डीलरों तक पहुंचाते थे। डीलरों तक अनाज पहुंचाने से पहले बोरों को गोदाम में डंप किया जाता था। वहां बोरों का सील खोलकर अनाज निकाला जाता था और बढि़या अनाज निकालकर खराब गुणवत्ता वाला अनाज बदला भी जाता था। इसके बाद दोबारा उसे सील करके पीडीएस डीलर के साथ निकाला हुआ बढि़या चावल, गेहूं व चीनी बाजार में बेच दिया जाता था। धंधे में कई सफेदपोश शामिल हैं। कालाबाजारी का धंधा लंबे समय से चल रहा था।

नेता ने किया खुलासा

अनाज की कालाबाजारी का खुलासा झारखंड युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष बब्बन राय ने किया। राय ने बताया कि ऐसी जानकारी मिल रही थी कि सरकारी अनाज की कालाबाजारी की जा रही है। साकची और गोलमुरी में अनाज को लाकर रखा जा रहा हैं और वहां से माल को खुले बाजार में पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने इसकी जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक और राश¨नग विभाग के अधिकारी को दी। शुक्रवार को साकची के गुरुनानक नगर और गोलमुरी के गोदामों में वे लोग गए। वहां सरकारी अनाज की बोरियां पड़ी थी।

जांच का आदेश

दरअसल, अनाज की कालाबाजारी का सुराग बुधवार को ही लग गया था, जब पोटका में 100 बोरा गेहूं से भरा ट्रक पलट गया था। इसे लेकर पोटका के विधायक संजीव सरदार के कान खड़े हो गए। उनके निर्देश पर झायुमो के जिलाध्यक्ष बब्बन राय सक्रिय हो गए.उन्होंने अपने स्तर से मामले की छानबीन की। वहीं विधायक ने उपायुक्त सूरज कुमार को ट्रक पलटने और इसके पीछे बड़ा खेल होने की आशंका जताते हुए जांच का आग्रह किया। उपायुक्त ने भी तत्काल जांच का आदेश दे दिया। छानबीन में जो बात सामने आई, वह चौंकाने वाली रही। यदि पोटका में गेहूं का ट्रक नहीं पलटता तो शायद कालाबाजारी का यह धंधा अभी जारी रहता।