JAMSHEDPUR: हरप्रीत सिंह भाटिया की नाबाद शतकीय पारी की बदौलत छत्तीसगढ़ ने कीनन स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मुकाबले के पहले ही दिन झारखंड के खिलाफ चार विकेट पर 238 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली। स्टंप के समय तक हरप्रीत सिंह भाटिया 124 व जीवनजोत सिंह 52 रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए थे।
छत्तीसगढ़ के कप्तान हरप्रीत सिंह भाटिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनका यह फैसला उस समय गलत साबित हुआ, जब 18 रन पर उसके दो विकेट गिर गए। सलामी बल्लेबाज एजी तिवारी को तेज गेंदबाज राहुल शुक्ला ने पांच रन के निजी स्कोर पर पेवेलियन भेज दिया। अभी इस झटके से छत्तीसगढ़ उबर भी नहीं पाया था कि साहिल राज ने अभिमन्यु चौहान को पगबाधा आउट कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। उसके बाद जीवनजोत सिंह व हरप्रीत सिंह भाटिया ने मिलकर मोर्चा संभाला। दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट की साझेदारी में 75 रन जोड़े। जीवनजोत सिंह ने 95 गेंद पर आठ चौके की मदद से 52 रन बनाए। जीवनजोत के आउट होने के बाद मैदान पर पहुंचे अमनदीप खरे ने हरप्रीत के साथ मिलकर पारी को संवारने का काम किया। दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट की साझेदारी में 91 रन जोड़े।
साहिल राज को दो विकेट
लंच तक छत्तीसगढ़ 32.1 ओवर में तीन विकेट पर 93 रन बनाकर संघर्षरत था। लेकिन हरप्रीत ने टीम को संकट से उबारने का भरसक प्रयास किया। उन्होंने 94 गेंद का सामना करते हुए अपना अर्द्धशतक पूरा किया। इसी बीच अमनदीप खरे 31 रन बनाकर पेवेलियन लौट गए। उन्हें भी साहिल राज ने पगबाधा आउट किया। उसके बाद मैदान पर पहुंचे शशांक सिंह ने हरप्रीत सिंह का अच्छा साथ दिया। इस बीच हरप्रीत ने 159 गेंद पर अपना शतक पूरा किया। चायकाल तक छत्तीसगढ़ 75.6 ओवर में चार विकेट पर 236 रन बना लिए थे। हरप्रीत व शशांक ने मिलकर संभलकर पारी को आगे बढ़ाने का काम शुरू किया। पहले दिन का खेल खत्म होने तक हरप्रीत 202 गेंद पर 19 चौके की मदद से 124 रन बनाकर क्रीज पर जमे थे। वहीं दूसरी छोर पर शशांक सिंह 13 रन बनाकर नाबाद हैं। झारखंड की ओर से गेंदबाजी करते हुए साहिल राज ने दो विकेट अपनी झोली में डाले, वहीं आशीष कुमार व सोनू कुमार सिंह ने एक-एक विकेट लिए।