छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जमशेदपुर में बुधवार को रात भर हुई बारिश से शहर पानी-पानी हो गया है। शहर के निचले इलाकों में जल भराव की समस्या भी पैदा हो गई है। जलभराव के चलते शहर के तकरीबन पौने चार सौ घरों में बरसात का पानी घुस गया है। इसके चलते लोग परेशान हुए। हर साल जिला प्रशासन नाला सफाई पर निगाह रखता था। लेकिन, इस बार अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे और ठेकेदारों के लिए गड़बड़ी के लिए खुला मैदान छोड़ दिया गया।
नगर निकायों की खुली पोल
जल भराव के चलते नाले की सफाई के नाम पर हुए खेल को लेकर नगर निकायों की पोल खुल गई है। लोगों का आरोप है कि नगर निकायों ने नालों की सफाई ढंग से नहीं कराई। ठेकेदारों ने नाले साफ करने के लिए आवंटित रकम तो हड़प ली। लेकिन, सफाई ठीक से नहीं कराई। नगर निकाय के अधिकारियों ने भी नाला सफाई की निगरानी नहीं की। नाले जाम होने की वजह से ही शहर में हर तरफ जल भराव का मंजर नजर आया। मानगो के खुशबू नगर में जलजमाव से लोग परेशान हैं। अव्यवस्थित फ्लैट बनने से यहां जल निकासी का रास्ता बाधित होने से हर साल बरसात में जल भराव हो जाता है। मानगो में सालबगान रोड, दाईगुट्टू, कुंवर बस्ती, हड्डी गोदाम आदि इलाकों में भी जल भराव है।
अपार्टमेंट में हुए कैद
जल निकासी नहीं होने से सोनारी, कदमा, शास्त्रीनगर आदि इलाके में भी जल भराव हो गया है। इन इलाकों में तकरीबन 155 घरों में बरसात का पानी घुस गया है। सोनारी में जयप्रभा कांप्लेक्स के पास का क्षेत्र, राम जनम नगर, लक्ष्मी नगर कदमा, रानीडीह, कदमा, शास्त्रीनगर ब्लाक नंबर दो, तीन और चार, रामजन्म नगर, पूर्वी इलाके में बागुनहातु, बाराबस्ती, तिलक नगर, गाढ़ा बस्ती और मिथिला कॉलोनी में जल भराव के चलते कई घरों में पानी घुस गया है। पानी भरने से लोग अपार्टमेंट में कैद हो कर रह गए। इसकी पार्किंग में रखा सामान बर्बाद हो गया। पार्किंग में यहां रहने वालों की कार और दोपहिया वाहन रखे थे। इन वाहनों में गंदा पानी घुस गया। लोगों का आरोप है कि सोनारी में जल निकासी की सही व्यवस्था नहीं होने की वजह से ऐसा हुआ है। सोनारी के आदर्श नगर में कमर तक पानी भरा हुआ था। लोग अपने घरों से नहीं निकल पा रहे थे। यहां भी तकरीबन 35 घरों में बरसात का पानी घुस गया। पानी घुसने से लोगों का सामान बर्बाद हो गया है।
जुगसलाई में भी जलभराव
जुगसलाई में भी जल भराव के चलते लोग परेशान हुए। जुगसलाई अंडरब्रिज के पास भारी जलजमाव हो गया, जिसके कारण कई दोपहिए वाहन फंस गए। महिलाओं को ज्यादा परेशानी हो रही थी। जुगसलाई फाटक के पास भी कुछ ऐसा ही हाल था। बुधवार की रात को ही यहां के खड़केश्वर धाम क्षेत्र, गरीब नवाज कॉलोनी, पटना कॉलोनी , तेजाब नाला के आसपास का इलाका, छप्पन भोग के पीछे का इलाका जल भराव का शिकार हो गया। इन इलाकों में भारी बरसात से पानी जमा हो गया है। जुगसलाई में 85 से अधिक घरों में नाले का गंदा पानी घुस गया है।
कई जगह पेड़ गिरे
एमजीएम गोलचक्कर के पास भी यही हाल था। कमर से अधिक पानी होने के कारण छोटे वाहन यहां फंस जा रहे थे। यहां से जो भी स्कूटी गुजर रही थी, साइलेंसर में पानी घुसने के कारण वहीं रुक जा रही थी। वहीं सर्किट हाउस एरिया के पास कार पलट गई। बाद में राहगीरों की मदद से उसे सीधा किया गया। भारी बारिश के कारण कई जगह रास्ते पर ही पेड़ गिर गए, जिसके कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी।
नदियों का जलस्तर बढ़ा
मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार की रात से गुरुवार तक शहर में 167.6 मिमी बारिश हुई। शहर की खरकई और स्वर्ण रेखा नदी दोनों उफान पर हैं। दोनों ही नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण तटीय इलाकों में रहने वालों लोगों में दहशत व्याप्त है। उधर, बमाईमाइंस, बागबेड़ा, कदमा, मानगो, कपाली, गोविंदपुर, सहीत बाबूडीह बस्ती, भुइयांडीह के कइ घरों में बारिश का पानी घुस गया।