जमशेदपुर (ब्यूरो): इसमें सुधार की जरूरत है, ताकि लोग आसानी से सिटी में बिना किसी परेशानी के एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकें। लौहनगरी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में सुधार को लेकर हमने पदाधिकारियों के साथ ही साथ आम लोगों से बात की और उनकी राय जाननी चाही। क्या रहा उनका जवाब आइए जानते हैं
सुधार को लेकर ये आए सुझाव
-बसों की व्यवस्था दुरुस्त और पर्याप्त होनी चाहिए।
-स्टूडेंट्स के लिए पास निर्गत करना चाहिए, ताकि उसके मुताबिक वे रूट की किसी भी बस में सफर कर सकें। इससे अतिरिक्त आय के स्रोत भी खुलेंगे।
-सरकार के अधीन परिचालन होने से बसों का किराया भी कम होगा।
-अन्य राज्यों की तरह झारखंड में सरकारी परिवहन व्यवस्था नहीं होने से भी मनमानी हो रही है।
-ऑटो चालकों की मनमानी से सभी त्रस्त हैं। इनके द्वारा अपने मन से किराया बढ़ा दिया जाता है। किराया का कोई मापदंड नहीं है।
-जिला प्रशासन को किराया निर्धारण करने में पहल करनी चाहिए, ताकि लोगों की जेब कटने से बच सके।
-इलेक्ट्रिक ऑटो होने से किराया कम हो सकता है।
-पार्किंग की व्यवस्था भी दुरुस्त होनी चाहिए, ताकि सडक़ों पर जाम न लगे और यातायात व्यवस्था दुरुस्त हो सके।
-बसों का समय भी निर्धारित होना चाहिए, ताकि लोग समय के मुताबिक अपने गंतव्य तक पहुंच सके
सीएनजी बस की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही बसें सडक़ पर दौड़ेंगी। इलेक्ट्रिक ऑटो के परिचालन की भी तैयारी है। जल्द ही वह भी धरातल पर उतरेगा।
संजय कुमार, स्पेशल ऑफिसर जेएनएसी
हम चाहते हैं कि सीएनजी बस की योजना नियमित रूप से चले और यह जेएनएनयूआरएम की तरह बंद न हो। इसके लिए शिक्षित बेरोजगार मिनी बस एसोसिएशन की ओर से बसों के परिचालन का जिम्मा देने को लेकर जेएनएसी को आवेदन भी दिया गया है।
-दिलीप झा, पूर्व महामंत्री, शिक्षित बेरोजगार मिनी बस एसोसिएशन
लोगों के सुझाव
शहर की परिवहन व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। सिटी बसों का परिचालन न होने से परेशानी होती है। ऑटो वाले किराए को लेकर मनमानी करते हैं।
शिव महतो
अन्य राज्यों की तरह यहां भी सरकारी सिटी बस की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए समय का निर्धारण भी हो, ताकि समय की पाबंदी भी तय की जा सके।
दिलीप
लोकल होने के नाते हम तो किसी तरह अपनी जगह पर पहुंच जाते हैं, लेकिन बाहर से आने वाले लोगों को परेशानी होती है। अगर सरकारी बस की शहर में व्यवस्था हो तो स्थानीय लोगों के साथ ही बाहर से आने वालों को भी सुविधा होगी।
राजीव हांसदा
शहर में एक बेहतर परिवहन व्यवस्था तो होनी ही चाहिए। अभी बसों की संख्या भी कम हो गई। ऐसे में सारी व्यवस्था ऑटो के ईर्द गिर्द ही घूम रही है। ऐसे में किराए को लेकर उनकी मनमानी भी है। एक बेहतर परिवहन व्यवस्था जरूरी है
संतोष कुमार