जमशेदपुर(ब्यूरो): सडक़ के किनारे जमीन को गड्ढे की तरह छोड़ देने से आस-पास के लोगों को परेशानी हो रही है। रोड के किनारे के दुकानदारों के साथ ही वाहनों की पार्किंग को लेकर भी परेशानी हो रही है, लेकिन इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है।

लोग कर रहे विरोध

इसे लेकर लोग लगातार विरोध भी कर रहे हैं और गड्ढे को भरने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस और ध्यान देने वाला कोई नहीं है। एनएचएआई के अधिकारियों को फोन करने पर उनके द्वारा कॉल रिसीव नहीं किया जाता है। लोगों का कहना है कि उन्होंने गुरुवार को भी एनएचएआई के डायरेक्टर को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। अब लोगों ने एनएचएआई के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

हो रही परेशानी

स्थानीय विकास सिंह ने बताया कि पारडीह से लेकर डिमना चौक तक एनएच-33 का निर्माण लगभग हो चुका है। एनएच-33 की सडक़ और एन एच-33 की नाली के बीच लगभग 15 फीट जगह यूटिलिटी सर्विस के लिए बिना निर्माण किए का छोड़ा गया है। सडक़ और नाली के बीच लगभग 15 गुणा 3 फीट के गड्ढे हैं। इन गड्ढों के कारण स्थानीय दुकानदारों, सोसाइटी और बड़े प्रतिष्ठानों के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बिजनेस हो रहा प्रभावित

दुकानदारों ने बताया कि गड्ढों के कारण कस्टमर दुकान में नहीं आ रहे हैं। जो आ भी रहे हैं, वे अपना वाहन एनएच-33 पर लगा रहे हैं। इसके साथ ही सामने गड्ढा होने के कारण वहां जलजमाव हो रहा है, जिससे महामारी फैलने की आशंका भी बनी हुई है।

डिवाइडर के बीच नहीं बनाया रास्ता

एक दूसरी समस्या यह है कि एनएच-33 2 लेन बनी है, लेकिन दोनों सडक़ों के बीच कनेक्शन कहीं नहीं दिया गया है। रिहायशी इलाके के पास डिवाइडर के बीच से रास्ता नहीं देने के कारण लोग जैसे तैसे मिट्टी भरकर अथवा पत्थर डालकर अपनी गाड़ी पार करते हैं। इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है।

पेवर ब्लॉक बिछाने की मांग

स्थानीय लोगों ने एनएचएआई से जल्द खाली पड़े हुए जगह में मिट्टी भरकर पेवर ब्लॉक बिछाने की मांग की है, ताकि भविष्य में कभी भी यूटिलिटी सर्विस की देखभाल में आसानी से हो सके, साथ ही लोगों को हो रही बड़ी असुविधा से राहत मिल सके। इस दौरान दयाकांत तिवारी, एसपी सिंह, दीपक प्रसाद, गोपाल यादव, विजय प्रसाद, संजय वर्मा, पंकज पाठक, बबलू कुमार, जितेंद्र झा, राजु राव, संतोष सिंह उपस्थित थे।