जमशेदपुर (ब्यूरो): नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के होटल मैनेजमेंट विभाग और पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत संचालित संस्थान स्वदेश दर्शन के सयुंक्त तत्वावधान में नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के प्रांगण में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि स्वदेश दर्शन के योजना अधिकारी मनीष और विशिष्ट अतिथि के रूप में परियोजना समन्वयक अंकित कुमार उपस्थित रहे। विभागाध्यक्ष इंद्रनाथ मजूमदार ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत के पारंपरिक व्यंजनों और भारत के विभिन्न राज्यों में सुप्रसिद्ध खाद्य वस्तुओं के माध्यम से भारत के पर्यटन और लोक परंपराओं को प्रोत्साहित करना है। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए विश्वविद्यालय के प्रशासनिक विभाग के अधिष्ठाता प्रो। नदीम खान ने कहा कि भारतीय व्यंजनों की अपनी एक विशिष्ट पहचान है। पूरे विश्व में भारतीय पाकशैली अद्वितीय है। भोजन संबंधित हमारा इतिहास अत्यंत समृद्ध है और इसमें इतनी विविधता है जो कि इस विश्व के किसी दूसरे देश में नहीं है। अगर आप भारत के विषय में विस्तार से जानना चाहते हैं तो इसके लिए आवश्यक है कि आप भारत के विभिन्न प्रांतों के अपने विशेष व्यंजनों का स्वाद प्राप्त करें।
प्रदर्शनी का आयोजन
दो दिवसीय चलने वाले इस कार्यक्रम के पहले दिन शुक्रवार को होटल प्रबंधन के विभिन्न सत्रों के विद्यार्थियों ने झारखंड, बंगाल, उड़ीसा के साथ साथ भारत के दूसरे राज्यों के प्रसिद्ध व्यंजनों की प्रस्तुति के साथ अपने पाककला का परिचय दिया। इसके साथ ही प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रदर्शनी और अन्य प्रतियोगिताओं के आयोजन के माध्यम से भारत के पर्यटन क्षेत्र में भारतीय व्यंजनों की भूमिका को रेखांकित किया। वहीं विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर युवा पर्यटन क्लब के गठन से संबंधित प्रस्ताव का ज्ञापन जिला स्तरीय पर्यटन विशेषज्ञ को दिया गया।
&द लास्ट टूरिस्ट&य का प्रदर्शन आज
कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को विश्वविद्यालय के सभागार में भारतीय पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक लघु फिल्म &द लास्ट टूरिस्ट&य का प्रदर्शन किया जाएगा। इस पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अमित कुमार, जिला पर्यटन नोडल अधिकारी सरायकेला खरसावां और विशिष्ट अतिथि के रूप में अविनेश कुमार त्रिपाठी, डीएसओ, पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही कार्यक्रम में विश्वविद्यालय स्तर पर एक युवा पर्यटन क्लब बनाने की घोषणा भी की जाएगी। आज के कार्यक्रम में विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, शिक्षकेत्तर और गैर शिक्षकेत्तर कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।