जमशेदपुर (ब्यूरो): इसे लेकर एक सामाजिक संगठन ने एसएसपी से शिकायत की है। बिरसानगर जोन नंबर 5 की रहने वाली ममता ओझा विगत 3 महीने से पति के खिलाफ शिकायत लेकर महिला थाना का चक्कर लगा रही है, लेकिन न्याय दिलाने की बजाय उसके साथ दुर्व्यवहार कर थाने से भगा दिया जाता है। यह आरोप लगाते हुए वह राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण जन कल्याण समिति की महासचिव रानी गुप्ता के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंची और पति पर कार्यवाही सहित महिला थाना प्रभारी पर भी कार्रवाई करने की मांग की।

होटल में वेटर है पति

पीडि़ता ममता ने बताया कि उसका विवाह 2019 में बहरागोड़ा के रहने वाले एकादशी ओझा के साथ हुआ था। वह जमशेदपुर में होटल में वेटर का काम करता था। शादी से कुछ महीने तक सब कुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन उसके बाद से उसके पति के व्यवहार में बदलाव आ गया। वह देर रात तक मोबाइल में किसी से बात करता था। जिसे लेकर पति-पत्नी के बीच अनबन होने लगी। इसी बीच ममता के गर्भवती होने पर पति द्वारा अक्सर उसके साथ मारपीट करने के कारण उसका ब'चा भी खराब हो गया।

चली गई मायके

इसके बाद दोनों जमशेदपुर के बिष्टुपुर में आकर किराए के मकान में रहने लगे। यहां भी उसके साथ मारपीट होती रही। इसी बीच उसका पति एक दिन उसे छोडक़र वापस बहरागोड़ा अपने घर चल गया। पीडि़ता भी अपने मायके बिरसानगर आ गई। इसके बाद पीडि़ता ने महिला थाना में पति के खिलाफ शिकायत करते हुए कार्रवाई करने की मांग की। हालांकि वह उसके साथ ही रहना चाहती थी। इसे लेकर विगत 3 महीने से लगातार वह महिला थाना का चक्कर लगा रही है। पीडि़ता का आरोप है कि हर बार थाने जाने पर उसे महिला थाना के स्टाफ और प्रभारी द्वारा दुर्व्यवहार करते हुए पति को छोड़ देने की बात कह भगा दिया जाता है। इस बात की जानकारी राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण जनकल्याण समिति की महासचिव रानी गुप्ता को होने पर वह पीडि़ता को लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंची और पति सहित महिला थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की।