JAMSHEDPUR: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मानगो में बने 465 आवासों में से 100 घरों की जांच होने जा रही है। रांची से आई सामाजिक अंकेक्षण कि 6 सदस्यीय टीम इस बात की जांच करेगी कि यह घर योजना के नियमों के अनुसार बनाए गए हैं या नहीं। इन घरों के निर्माण में किसी तरह की अनियमितता तो नहीं बरती गई। लाभुक ने पैसे लेकर घर के निर्माण पर खर्च किया है या नहीं। घरों की जांच एक नवंबर से तीन नवंबर तक की जाएगी। शुक्रवार को मानगो के न्यू पुरुलिया रोड स्थित श्याम भवन में एक कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें रांची से आए सामाजिक अंकेक्षण के डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन जगत कुमार और दिलीप कुमार ने सोशल ऑडिट का मकसद बताया। इस कार्यशाला में मौजूद योजना के लाभुकों को एनजीओ और अन्य लोगों को बताया गया कि सामाजिक अंकेक्षण के बाद योजना में आई खामी या अन्य सुझाव को शहरी विकास मंत्रालय तक भेजा जाएगा। ताकि इसमें और सुधार हो सके। सामाजिक अंकेक्षण का मतलब योजना में पारदर्शिता लाना है।

करेंगे भौतिक सत्यापन

टीम के सदस्य एक नवंबर से तीन नवंबर तक चुने गए सब आवासों में जाकर उसका भौतिक सत्यापन करेंगे। इसके बाद जनसुनवाई की जाएगी। जनसुनवाई में लाभुकों को शिकायत करने का मौका मिलेगा। जन सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं हो पाई है। मानगो के बाद जिला स्तर पर सामाजिक अंकेक्षण होगा। मानगो में इस साल 622 पीएम आवास के निर्माण का लक्ष्य है। इसमें से 465 आवासों का निर्माण हो चुका है। सामाजिक अंकेक्षण की टीम ने इसी 465 आवासों में से जांच के लिए 100 मकानों का चुनाव किया है। कार्यशाला में नगर निगम के कार्यपालक अधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता नगर प्रबंधक देवाशीष प्रधान विधायक प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।