जमशेदपुर (ब्यूरो): गेलमुरी स्थित अवर प्रादेशिक नियोजनालय में समय-समय पर रोजगार मेला का आयोजन किया गया। इस क्रम में झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी के तत्वावधान में जिला कौशल कार्यालय द्वारा गोलमुरी स्थित अवर प्रादेशिक नियोजनालय में एक दिवसीय मेगा प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया गया। इस मेगा कैंप में लगभग 1500 युवक-युवतियों ने भाग लिया, जिसमें अधिसूचित रिक्तियों के लिए विभिन्न नियोजकों के द्वारा कुल 858 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्टेड और कुल 507 उम्मीदवारों को अंतिम रूप से चयनित किया गया।
दर्जनों को मिला नियुक्ति पत्र
रोजगार मेला में सुबह से ही हजारों की संख्या में युवा जुटे थे। कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त विजया जाधव ने किया। उन्होंने इस मौके पर चयनित दर्जनों युवाओं के बीच नियुक्ति पत्र का भी वितरण किया। इनमें से ज्यादातर युवाओं को लगभग 12000 रुपए के मासिक वेतन पर नियुक्ति दी गई है।
मैक्सिमम युवाओं को रोजागर
उपायुक्त ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार से जोडऩा ही इस कार्यक्रम का उद्देश्य है। इसके साथ ही उन्हें विभिन्न कंपनियों में भी कैंप लगाकर वहां की रिक्तियों के बारे में जानकारी जुटाने और संबंधित युवाओं को इसकी जानकारी देकर रोजगार उपलब्ध कराने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि रोजगार योग्य युवकों को इंप्लायमेंट एक्सचेंज में अपना रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए, ताकि उन्हें रोजगार मेला सहित रोजगार की जानकारी मिल सके। रोजगार मेले के लिए गोलमुरी इंप्लायमेंट एक्सचेंज द्वारा यहां निबंधित करीब 6000 युवाओं को ई-मेल और एसएमएस के जरिए जानकारी दी गई थी।
ज्यादातर सिक्योरिटी कंपनियां
रोजगार मेला में सिक्योरिटी से जुड़ी अधिकतर कंपनियों ने अपने स्टॉल लगाए थे। इसके अलावा डिप्लोमा कर चुके युवकों के लिए भी स्टॉल लगे थे, जहां युवा जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे थे।
माइनिंग कंपनियां नहीं
रोजगार मेला में कईयों को रोजगार मिल रहा है, लेकिन जिन लोगों को सबसे ज्यादा निराशा हो रही है, वे हैं माइनिंग के कैंडीडेट्स। मेला में माइनिंग कंपनियां नहीं आ रहीं हैं। इस कारण ऐसे अभ्यर्थी बैरंग वापस लौट रहे हैं। कुछ अभ्यर्थी बुधवार को भी जुटे थे, लेकिन वे निराश लौट गए। उनका कहना था कि वे लगातार कई बार से रोजगार मेला में आ रहे हैं, लेकिन माइनिंग से जुड़ी कंपनियों के न आने के कारण उन्हें निराशा हो रही है। माइनिंग अभ्यर्थी शशांक शर्मा और मिथलेश कुमार ने बताया कि वे हर बार रोजगार मेला में इस उम्मीद से आते हैं कि शायद इस बार बात बन जाए, लेकिन उन्हें निराश होकर लौटना पड़ रहा है। गोलमुरी इंप्लायमेंट एक्सचेंज के दीपक ने बताया कि उनके द्वारा प्रयास चल रहा है और आने वाले दिनों में माइनिंग से जुड़ी कंपनियों को भी इससे जोडऩे की दिशा में पहल की जाएगी।
ये कंपनियां हुईं शामिल
इस कार्यक्रम में जिला एवं अन्य स्थानों से कुल 29 नियोजकों के द्वारा 2687 रिक्तियां उपलब्ध कराई गई थी जिसमें प्रमुख रूप से बीएमडब्लू इन्डस्ट्रीज लिमिटेड, स्टील स्ट्रीप वील्स लिमिटेड, ड्रीम स्ट्रीम प्रालि, क्वालिटी फेवरिकेटरर्स, सेवा सहयोग सिक्यूरिटी प्रालि आदि शामिल थे, जिन्होंने सेफ्टी ऑफिसर, ट्रेनी, सुरक्षा गार्ड, सुपरवाइजर, हाउस कीपिंग, गनमैन, सुरक्षा सुपरवाइजर, ऑफिस स्टाफ, कुक, आईटीआई वेल्डर, फीटर, मेकेनिकल सुपरवाइजर, वेल्डर सह ग्लास कटर, फील्ड ऑफिसर, मार्केटिंग, क्लाविटी कंट्रोल, मोल्डिंग हेल्पर, रिसेप्शनिस्ट, ड्राइवर, कांटा ऑपरेटर, सिविल इंजीनियर, गैस कटर, पेंटर, ग्राइंडर, हेल्पर, डाई फीटर, मेडिलन ट्रेनी, अप्रेंटिस ट्रेनी, स्वींग मशीन ऑपरेटर, ब्युटिशियन जैसे पदों पर भर्ती ली है। इसके साथ ही जिले में कार्य कर रहे विभिन्न कौशल एजेन्सी यथा- झारखण्ड कौशल विकास योजना, दीनदयाल उपाध्याय कौशल केन्द्र (मेगा), कल्याण गुरुकुल, आर-सेटी, एनयूएलएम, जेएसएलपीएस एवं मॉडल कैरियर सेन्टर, टाटा स्टील फाउंडेशन, पूर्वी सिंहभूम ने भी भाग लिया।