JAMSHEDPUR: झारखंड सरकार के उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की ओर से कोल्हान विश्वविद्यालय में आयोजित हो रहे मेगा प्लेसमेंट कैंप के पहले दिन ही छात्र-छात्राओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया। शुक्रवार को जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज यह कैंप आयोजित हुआ। इसमें शामिल कंपनियां झारखंड, ओडिशा व पश्चिम बंगाल में काम करने के एवज में स्नातक उत्तीर्ण छात्रों को 1.2 लाख का सालाना पैकेज दे रही है। छात्र-छात्राओं ने साक्षात्कार के दौरान पूछा कि पीएफ व अन्य मद में राशि काटकर सात से आठ हजार रुपये महीना मिलेगा। इसके बाद छात्र-छात्राओं में उदासी छा गई। कई छात्र-छात्राओं ने मौके पर ही इसका विरोध किया। कहा इतने कम पैसे से अच्छा है कि हम नौकरी ही न करें। इस कारण इस प्लेसमेंट शिविर में मात्र 337 युवाओं ने ही कार्य करने पर अपनी सहमति जतायी। इस शिविर में कुल 19 कंपनियों की ओर से 1850 पदों के लिए साक्षात्कार लिया गया। इसमें कुल 965 युवाओं ने हिस्सा लिया। इसमें से 230 युवक-युवतियों ने ऑन लाइन तथा 735 युवक-युवतियों ने ऑफलाइन निबंधन किया और साक्षात्कार में भाग लिया। साक्षात्कार में रिसर्चिंग एडवाजर की तरफ से अधिकतम तीन लाख रुपये का पैकेज दिया गया। न्यूनतम पैकेज 1.2 लाख रुपये का जमशेदपुर स्थित यूरेका फोब्स की ओर से दिया गया। प्लेसमेंट कैंप के दूसरे दिन शनिवार को टाटा कॉलेज चाईबासा में साक्षात्कार प्रक्रिया का संचालन किया जाएगा।
एनएसयूआइ ने किया विरोध
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) की ओर से शुक्रवार को जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में शुरू हुए रोजगार मेले को बेरोजगार मेला का नाम दिया गया। संगठन ने दावा किया कि राज्य सरकार की बहुप्रचारित मेगा प्लेसमेंट कैंप में श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। छात्र-छात्राओं को नौकरी के नाम पर न्यूनतम मजदूरों से कम राशि पर प्लेसमेंट देने का षडयंत्र हो रहा है। यही कारण है कि पिछले कैंप में चयनित अधिकांश छात्र-छात्राओं ने नौकरी छोड़ दी। एक बार फिर वही ड्रामा किया जा रहा है। रोजगार देने का सिर्फ डाटा तैयार किया जा रहा है। छात्र-छात्राओं के साथ गंदा मजाक सरकार कर रही है। संगठन ने दावा किया कि मेले में बहुत सारी ऐसी कंपनियां है, जो 8500 रुपये में रायपुर, बंगाल, ओडिशा, 16000 में दिल्ली व 10,300 में कोलकाता जाकर नौकरी का ऑफर कर रह रही है। इस कारण इस प्लेसमेंट शिविर का विरोध एनएसयूआई की ओर से किया गया तथा प्रेस वार्ता का भी आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता में एनएसयूआई की जिलाध्यक्ष रोज तिर्की, उपाध्यक्ष सरोज पात्र, राहुल गुप्ता, अमन सिंह, आनंद सिंह एवम अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
हुआ उद्घाटन समारोह
मेगा प्लेसमेंट कैंप का उदघाटन को-ऑपरेटिव कॉलेज के पीजी ब्लाक स्थित सभागार में मुख्य अतिथि कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रोवीसी डॉ। रणजीत कुमार सिंह ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में विवि के कुलानुशासक डॉ। एके झा के अलावा कोल्हान विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट सेल के प्रभारी डॉ। राजेंद्र कर्ण, कॉलेज के प्राचार्य डॉ। एन आर चक्रवर्ती सहित कई शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।
30 प्रतिशत छात्राओं ने लिया भाग
को-ऑपरेटिव कॉलेज में आयोजित प्लेसमेंट शिविर में इस बार 30 प्रतिशत छात्राओं ने भाग लिया। हालांकि उन्हें निराशा हाथ लगी। वे आशानुरूप वेतनमान न होने से कंपनी का ऑफर ही ठुकरा दिया। इसमें वीमेंस कॉलेज की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था।