License ने बढ़ाई problem
सिटी में 50 से ज्यादा क्लब और बार हैं। पहले बार के लिए 5 लाख रुपए का लाइसेंस फी था, जिसे स्टेट गवर्नमेंट ने बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दिया है। लाइसेंस फी में बढ़ोतरी को लेकर बार ऑनर्स ने हंगामा कर दिया था। इसके बावजूद गवर्नमेंट द्वारा इसमें कोई कमी नहीं की गई। मजबूरन इन लोगों को बढ़ी हुई लाइसेंस फी देनी पड़ी जो इनके बिजनेस के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है। वहीं शराब दुकानों की फी पहले जैसी ही है। बार ऑनर्स का कहना है कि लाइसेंस फी पहले ही जमा करानी पड़ती है। भले ही इनकम हो या न हो। इसके अलावा बार का लाइसेंस फी जमा कर सालाना लाइसेंस रिन्यू भी कना पड़ता है। वे कहते हैैं कि सिटी में वर्ष 1994 में लाइसेंस फी 15 हजार रुपए था, जो बढ़ते-बढ़ते आज 10 लाख रुपए हो गया है, लेकिन वेस्ट बंगाल में आज भी लाइसेंस फी 15000 रुपए ही है। इस कारण वहां यह बिजनेस फ्रूटफूल साबित हो रहा है और वहां कीमत भी कम है।

Peg की कीमतों ने बार जाने से रोका
सिटी के बार में आम तौर पर एक पैग की कीमत लगभग 100 रुपए है। इतने पैसे में मार्केंट में एक 375 एमएल की शराब की बोतल मिल जाती है। यही कारण है कि लोग बार में जाने के बजाय शराब दुकान से बोतल खरीद कर रोड के किनारे खड़े होकर पीना स्टार्ट कर देते हैैं। इस कारण भी बार ऑनर्स को लॉस हो रहा है।
शराब के शौकीन लोगों को बार आने के लिये मोटिवेट करने को लेकर विभिन्न बार में ऑफर्स भी दिए जा रहे हैैं, ताकि किसी तरह से लॉस की भरपाई की जा सके। साकची स्थित द ब्लूज बार एंड रेस्टोरेंट के फूड एंड बेवरेज मैनेजर विकास मिश्रा कहते हैैं। बार में आने वालों को कई तरह के ऑफर्स भी दिए जा रहे हैैं। इसके तहत किसी भी ब्रांड के शराब के 2 पैग की कीमत पर तीसरा पैग फ्री दिया जा रहा है।
Service tax ने भी दिया है झटका
कई तरह के टैक्स ने भी बार ऑनर्स की प्राब्लम बढ़ा दी है। पहले बार में 3.09 परसेंट सर्विस टैक्स लगता था, जिसे बढ़ाकर
4.93 परसेंट कर दिया गया है। यही कारण है कि पहले जो पैग 80 रुपए में मिलती थी उसकी कीमत 110 रुपए हो गई है। बार की ओर लोगों के न जाने का एक अहम कारण यह भी है।

लाइसेंस फी में बढ़ोतरी होने के बाद से पैग की कीमत भी बढ़ गई है। इस कारण बार की ओर लोगों का रुख कम हो रहा है। वैसे हमारे यहां बार में 2 पैग पर एक पैग फ्री का ऑफर दिया जा रहा है।
विकास मिश्रा, एफएंडबी मैनेजर, द ब्लूज, साकची

गर्वनमेंट ने बार के लाइसेंस फी में दोगुने से ज्यादा की बढ़ोतरी की है। विरोध के बावजूद इसमें कमी नहीं हुई, जिस कारण यह बिजनेस बंद होने के कगार पर आ गया है। शराब की दुकानों में कीमत कम होने के कारण लोग बार में न आकर दुकान से शराब खरीदकर रोड पर खड़े होकर ही पी लेते हैं।
अभिजीत सिंह मोनू , ओनर, क्लासिक बार

For your information

-375 एमएल की एक बोतल में बनते हैैं तीन पैग।
-एक पैग (एसी सेक्सी) की कीमत है 30 रुपए।
-अन्य ब्रांड के शराब के एक पैग की कीमत है 100 रुपए से ज्यादा।
-गवर्नमेंट द्वारा रियायत नहीं बरतने पर नेक्स्ट इयर से बंद हो सकते हैैं कई बार।