CHAKRADHARPUR: चक्रधरपुर रेल मंडल के गोइलकेरा स्टेशन में ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने बुधवार की सुबह 08:45 बजे से साढे छह घंटे तक रेल चक्का जाम कर दिया। जिस कारण चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में राजेन्द्रनगर दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस को रेल प्रशासन ने करीबन 6 घंटे तक रोक कर रखा। काफी देर तक साउथ बिहार एक्सप्रेस को रोकने के कारण यात्रियों ने स्टेशन मास्टर के कार्यालय में हंगामा किया। इसके अलावे रेलवे ने ट्रेन नंबर 02255 एलटीटी कामख्या कर्मभूमी एक्सप्रेस को राउरकेला स्टेशन में तीन घंटे तक रोक कर रखा गया। इसके बाद कर्मभूमि एक्सप्रेस को राउरकेला स्टेशन से डार्यवट रूट से कामख्या की ओर रवाना किया है। वहीं डाउन ऋषिकेश पुरी उत्कल एक्सप्रेस तथा दुर्गा डाउन राजेन्द्रनगर साउथ बिहार एक्सप्रेस को रेल चक्का जाम होने के कारण झारसुगुडा व पानपोस स्टेशनों पर रोकते हुए लाया। जिसके कारण दोनों ट्रेन एक घंटा लेट से चक्रधरपुर पहुंची थी।
समझाने पर शांत हुए पैसेंजर्स
जानकारी के अनुसार साउथ बिहार एक्सप्रेस बुधवार की सुबह 09:42 बजे चक्रधरपुर स्टेशन पहुंची थी। काफी देर तक जब ट्रेन नहीं चली तो यात्रियों की भीड़ स्टेशन मास्टर के कार्यालय में जुट गई। स्टेशन मास्टर ने यात्रियों को रेल चक्का जाम होने की जानकारी दी और कहा कि चक्का जाम हटने के बाद ही ट्रेन चलेगी। इस पर सभी यात्री ट्रेन को डार्यवट रूट से चलाने की मांग को लेकर हंगामा कर दिया था। आरपीएफ के थाना प्रभारी बीके सिन्हा के समझाने पर यात्री शांत हुए। वहीं रेल चक्का जाम दोपहर 03:10 बजे समाप्त हुआ। इसके बाद ही साउथ बिहार एक्सप्रेस को रेल प्रशासन ने दोपहर 03:33 बजे दुर्ग के लिए रवाना किया है।
नुकसान का आकलन
चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने बताया कि 6 घंटे की रेल चक्का जाम के कारण हावड़ा मुंबई मेन लाइन में यात्री ट्रेने व मालगाडियों को परिचालन प्रभावित हुआ है। रेलवे को राजस्व का कितना नुकसान हुआ है। उसका आकलन किया जा रहा है। जहां तक गोइलकेरा स्टेशन में यात्री ट्रेनों की ठहराव देने की बात है तो चक्रधरपुर रेल मंडल ने रेल मुख्यालय गार्डेनरीच कोलकाता के जीएम के पास ट्रेनों के ठहराव देने का पत्र पहले ही भेजा है। मुख्यालय से मांग पत्र को अग्रेसित कर रेलवे बोर्ड भेजा गया है। रेलवे बोर्ड के आदेश से ही गोइलकेरा स्टेशन में ट्रेनों का ठहराव हो सकेगा। आशा है कि ट्रेनों के ठहराव का आदेश जल्द आ जाए।