जमशेदपुर (ब्यूरो)। शहर में लगातार बड़ी-बड़ी भवनों का निर्माण हो रहा है। लगातार बड़े-बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स खुल रहे हैं। इससे लोगों के सामने कई तरह के ऑप्शन तो हैं, लेकिन साथ ही उनकी परेशानी भी बढ़ गई है। इसका कारण है एक-एक इंच जमीन का उपयोग करने की जिद। पूरी जगह पर बिल्डिंग बना दी जा रही है, लेकिन इस बात पर तनिक भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है कि आखिर मार्केटिंग के लिए आने वाले लोग अपनी वाहन कहां खड़ी करेंगे, क्योंकि इन शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के पास पार्किंग की जगह नहीं है। इसी को लेकर हम अपनी सीरिज की शुरुआत कर रहे हैं। पहले दिन हम सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया क्षेत्र की स्थिति को आपके सामने रख रहे हैं।
पब्लिक परेशान
गम्हरिया इन दिनों एक बड़े बाजार के रूप में डेवलप कर रहा है। यहां पहले से कई बड़े-बड़े व्यावसायिक भवन हैं, तो कई नए भी बन रहे हैं या बन चुके हैं, लेकिन किसी भी बिल्डिंग में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। गम्हरिया बाजार की पुरानी और बड़ी बिल्डिंग है लाल बिल्डिंग। इसके नाम पर ही क्षेत्र का नाम भी पड़ गया है। इस बिल्डिंग में कपड़े की बड़ी दुकान है, लेकिन पार्किंग के नाम पर कुछ नहीं है।
बेसमेंट में भी दुकान
इसी तरह कई अन्य बड़ी दुकानें खुल रही हैं। हाल ही में फर्नीचर का एक नया शो-रूम खुला है। दूसरे तल्ले पर इसका शो-रूम है और इसने बिल्डिंग के बेसमेंट को भी अपना बना लिया है। बेसमेंट में फर्नीचर सजा कर रखे गए हैं। आम तौरपर बेसमेंट का उपयोग पार्किंग के लिए होता है, लेकिन अधिकतर या यूं कहें सभी जगहों पर या तो बेसमेंट नहीं हैं और अगर कहीं हैं भी तो वह बंद है या उसे किराए पर लगा दिया गया है। कुल मिलाकर वहां खरीदारी करने आने वाले लोगों के लिए वाहन पार्क करने की जगह नहीं है।
ऊपर स्कूल, नीचे दुकान
यही हाल श्रीवास्तव बिल्डिंग का भी है। यहां बिल्डिंग के उपरी तल्ले पर स्कूल का संचालन हो रहा है तो ग्राउंड फ्लोर पर दुकान बनाकर उसे किराए पर दे दिया गया है। यानी यहां भी पार्किंग का पूरा लोचा है। पार्किंग न होने के कारण छोटे-दुकानदारों और स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है, लेकिन इस ओर देखने वाला कोई नहीं है।
सर्विस रोड पर पार्किंग से परेशानी
अब आते हैं असल मुद्दे पर कि आखिर लोग खरीदारी करने तो आते हैं, लेकिन अपनी वाहन कहां पार्क करते हैं। खास और सबसे अहम बात यह है कि भवन निर्माताओं और व्यवसाइयों की मनमानी के कारण लोग सड़क के किनारे यानी सर्विस रोड पर वाहनों की पार्किंग करते हैं। सर्विस रोड टू व्हीलर, साइकिल और पैदल चलने वाले लोगों आदि के लिए है, लेकिन सड़क पर पार्किंग के कारण इस रोड से वाहन का जाना तो दूर पैदल चलना ही मुश्किल होता है।
नगर निगम नहीं दे रहा ध्यान
मामले में नगर निगम को ध्यान देना चाहिए, लेकिन नगर निगम भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। नगर निगम के जिम्मेदार लोगों द्वारा केवल नेताओं की तरह बयानबाजी की जाती है, लेकिन उसे पूरा नहीं किया जाता है। इस कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानी झेलने पड़ रही है।
क्या कहती है पब्लिक
सही बात है, किसी कारण अगर कभी इन घनी आबादी वाले जगह पर एंबुलेंस या अग्निशामक वाहन लाने की जरूरत पड़ी तो बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। यहां से गुजरना संभव नहीं है
-जय किशोर
रोड पर जाम और बाजार लगने से काफी परेशानी हो रही है। आने-जाने में लोगों के काफी दिक्कत हो रही है, लेकिन किसी को इसकी परवाह नहीं है।
-नीरज भक्त
आदर्श नगर दुर्गा पूजा मैदान से निकलने वाले रोड पर बाएं दुर्गा पूजा मैदान से लेकर लाल बिल्डिंग चौक तक वाहनों को गुजरने में परेशानी होती है। क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं।
-मनीष कुमार
प्रत्येक शांति समिति की मीटिंग में जिसमें अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी थाने के सभी पदाधिकारी मौजूद रहते हैं और इस मैटर को लेकर हम लोग हमेशा आवाज उठाते रहते हैं, लेकिन कुछ होता जाता नहीं है।
-सत्यनारायण मिश्रा
कॉमन सेंस की बात है। जो चलने का रास्ता है उसे हम ही ब्लॉक कर रहे हैं। कानून में वाहन जब्त करने और फाइन का प्रावधान भी है। लोगों को खुद ही समझदारी दिखानी चाहिए।
-गिरजाशंकर प्रसाद, नगर आयुक्त, आदित्यपुर नगर निगम