JAMSHEDPUR: लॉकडाउन के दौरान पार्सल एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन को रेलवे ने बढ़ावा दिया है। पहले यह पार्सल एक्सप्रेस 37 प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती थी, लेकिन अब पार्सल एक्सप्रेस के रफ्तार को 45 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से रेलवे ने कर दिया है। इससे गंतव्य तक सामान जल्दी पहुंच रहा है। दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल ने देश में विभिन्न गंतव्यों की ओर पार्सल कार्गो एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन का पूरा नेटवर्क तैयार कर लिया है। जुलाई में पार्सल कार्गो एक्सप्रेस ट्रेनों में 7744 मीट्रिक टन माल लोड किया गया, जबकि जून माह में 5158 मीट्रिक टन माल लोड किया गया। जुलाई में पार्सल कार्गो एक्सप्रेस से दो करोड़ 86 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जबकि जून में एक लाख 68 हजार रुपए का राजस्व हासिल किया था। पार्सल कार्गो एक्सप्रेस ट्रेनों द्वारा आवश्यक वस्तुओं में खाद्य पदार्थ, किराने का सामान, दवाइयां, चिकित्सा उपकरण, पीपीई किट, मछली, फल, कपास के सामान, मच्छरदानी, सब्जियां, फूल, कपड़ा, तिरपाल आदि गंतव्य की ओर भेजा जा रहा है।
मानव रहित रेलवे फाटक खत्म
दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर सहित विभिन्न मंडलों में मानव रहित रेलवे फाटकों को रेलवे ने धीरे-धीरे पूरा समाप्त कर दिया है। इतना ही नहीं दक्षिण पूर्व रेलवे में करीब 50 मानवयुक्त लेवल क्रा¨सग को भी समाप्त कर दिया गया है। इसके समाप्त होने से यात्री ट्रेन हो या पार्सल एक्सप्रेस इसके परिचालन के दौरान रफ्तार में इजाफा हो सकेगा। इतना ही नहीं फाटकों को बंद करने व खोलने वाले गेटमैन को प्रशिक्षण देकर उन्हें और अनुशासित कर दिया गया है। ताकि समय पर फाटक खोलना व बंद करने में अपनी जिम्मेवारी का पालन करें। इसके साथ ही 18 मानवयुक्त क्रा¨सग को इंटरलाक कर दिया गया है। दक्षिण पूर्व रेलवे ने रेलवे पटरियों का नवीनीकरण, सुरक्षा पहलुओं की कड़ी निगरानी, सुरक्षा कार्यों के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग, प्रभावी ट्रैक रखरखाव, सिग्न¨लग सिस्टम में सुधार, रेलवे कर्मचारियों का प्रशिक्षण देकर लॉकडाउन के दौरान रेलवे के विकास कार्यों में आगे बढ़ाया है।