जमशेदपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे 23 मई से लगातार आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन कर रही है। हालांकि चक्रधरपुर मंडल के टाटानगर स्टेशन से पहली आक्सीजन एक्सप्रेस तीन मई को रवाना की गई थी। इन 27 दिनों में चक्रधरपुर मंडल की ओर से टाटानगर व राउरकेला स्टेशन से 110 आक्सीजन एक्सप्रेस रवाना किया गया है। इनमें 575 टैंकर व कंटेनर की मदद से कुल 8996 मैट्रिक टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन उन राज्यों को भेजा गया जहां कोविड 19 के गंभीर मरीजों के लिए आक्सीजन की किल्लत थी।
टाटानगर रेलवे स्टेशन से अब तक 5343 मैट्रिक टन, राउरकेला से 3773 मैट्रिक टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन भेजा गया। इसके अलावा दक्षिण पूर्व रेलवे के स्टील सिटी बोकरो स्टेशन से 2094 मैट्रिक टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन भेजा जा चुका है। पूरे दक्षिण पूर्व रेलवे से 23 अप्रैल से 28 मई तक 158 आक्सीजन एक्सप्रेस रवाना किया गया है और 11,210 मैटिक टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति की गई है।
इन राज्यों को की गई है आपूर्ति
दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से अब तक केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली सहित कुल 12 राज्यों को लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति की गई है। इनमें उत्तराखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, पंजाब, केरल, दिल्ली, उत्तराखंड व असम शामिल है।
शनिवार को भी एक ट्रेन रवाना
टाटानगर रेलवे स्टेशन से शनिवार दोपहर भी एक आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन कर्नाटक के बेगलुरू के लिए रवाना किया गया है। इस आक्सीजन एक्सप्रेस में छह मोबाइल कंटेनर की मदद से 120 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन भेजा गया है।
ग्रीन कॉरिडोर बनाकर हर राज्य को भेजा गया आक्सीजन
दक्षिण पूर्व रेल प्रबंधन का कहना है कि कोविड 19 महामारी के दौरान विपरित परिस्थिति में भी हमारे कर्मचारियों और अधिकारियों ने 24 घंटे अपने कर्तव्य का निर्वहन किया। आक्सीजन एक्सप्रेस समय पर प्रभावित राज्यों तक पहुंचे। इसके लिए हमने ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण किया ताकि आक्सीजन एक्सप्रेस को सिगनल डाउन होने के कारण इंतजार न करना पड़े।