छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) में अगले सप्ताह से ओपीडी में सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टर बैठेंगे। बुधवार को टाटा स्टील प्रबंधन और टाटा वर्कर्स यूनियन की संयुक्त कमेटी ज्वाइंट वर्क्स काउंसिल (टीएमएच) की बैठक में इस पर सहमति बनी।
बैठक में सबसे पहले टीएमएच के नए महाप्रबंधक डा सुधीर राय और इंडोर मेडिकल सर्विसेज के चीफ डा एस प्रधान का स्वागत किया गया। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने कोविड 19 में किए गए कार्यो की प्रस्तुति दी। बताया कि अब तक अस्पताल द्वारा 32,561 आरटी-पीसीआर टेस्ट और 27,330 एंटीजन टेस्ट किए जा चुके हैं। इसके अलावे अस्पताल प्रबंधन ने पिछले सप्ताह पोस्ट कोविड क्लिनिक का भी शुभारंभ कर दिया है। जहां कोरोना से संक्रमित होने के बाद जो मरीज निगेटिव हुए हैं और उन्हें किसी तरह की परेशानी हो रही है तो उसके इलाज की यहां सुविधा दी जा रही है। बैठक में कुछ कमेटी मेंबरों ने टीएमएच की विभिन्न क्षेत्रों में संचालित टीएमएच क्लिनिक को और मजबूत करने की मांग की। साथ ही ब्लड सैंपल के समय को और बढ़ाने की मांग की गई। इसके टीएमएच प्राइम व फिजियोथैरेपी की सुविधा जल्द शुरू करने की भी मांग उठी। बैठक में यूनियन की ओर से महासचिव सतीश सिंह, कमेटी मेंबर संतोष पांडेय, मनोज मिश्रा, रविशंकर पांडेय सहित अन्य उपस्थित थे।
टीएमएच पर लापरवाही का आरोप
टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) पर एक लापरवाही का आरोप लगा है। इसकी जांच के लिए सिविल सर्जन डॉ। आरएन झा ने दो सदस्यीय टीम गठित की है। इसमें जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ। एके लाल सहित अन्य शामिल है। कुछ दिनों पूर्व मनीफीट निवासी एक मरीज की मौत के बाद उसके स्वजनों ने टीएमएच प्रबंधन के खिलाफ इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत स्वजनों ने पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर सांसद व झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा कमेटी से किया था।