जमशेदपुर (ब्यूरो): इसे देखते हुए अब आदित्यपुर नगर निगम की टीम कंपनियों का सर्वे करेगी। नगर निगम की टीम सर्वे के दौरान देखेगी कि कंपनियों में पानी का कितना उपयोग होता है और उनके द्वारा पानी कहां से लिया जाता है। कई कंपनियों का कहना है कि उन्होंने परिसर में बोरिंग करवा रखी है और उसी से वे अपनी जरूरत पूरी करते हैं। इस बात में भी कितनी सच्चाई है, सर्वे के दौरान इसे भी देखा जाएगा।
परखेगी यह बात
जानकारी के मुताबिक आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में केवल 136 कंपनियों ने ही वाटर कनेक्शन लिया है। इसके अलावा अन्य कंपनियां अपने स्तर से पानी की व्यवस्था कर रही हैं। कहा जा रहा है कि इन कंपनियों ने बोरिंग करवा रखा है। हालांकि नगर निगम की टीम सर्वे के दौरान इस बात को परखेगी, ताकि जहां जरूरत हो, उन कंपनियों को पानी का कनेक्शन दिया जा सके।
कैसे मिलेगा वाटर कनेक्शन
पेयजल स्व'छता विभाग द्वारा पानी की पाइपलाइन बिछाई जा रही है। ऐसे में निगम द्वारा नए सिरे से कनेक्शन दिया जाएगा। यहां अहम सवाल यह है कि पानी का कनेक्शन उन्हीं को दिया जाएगा, जिनका होल्डिंग नंबर होगा। हालांकि आदित्यपुर में गिनी-चुनी कंपनियों को छोड़ दें तो किसी के पास भी होल्डिंग नंबर नहीं है। ऐसे में वाटर कनेक्शन किस आधार पर दिया जाएगा, यह भी एक गंभीर सवाल है।
दो जगह नहीं देंगे टैक्स
व्यवसाइयों का कहना है कि वे आयडा को टैक्स आदि का भुगतान करते हैं। वे दो जगह टैक्स नहीं दे सकते। इस बात को आपस में भी तय किया जाना चाहिए, ताकि किसी तरह की परेशानी न हो। व्यवसाइयों का तो यहां तक कहना है कि हम पानी कनेक्शन के बदले उसके बिल का भुगतान करेंगे। कुल मिलाकर यह बात सामने आ रही है कि उद्यमी होल्डिंग टैक्स देने को तैयार नहीं हैं।
नगर निगम क्षेत्र में केवल 136 कंपनियों ने ही वाटर कनेक्शन लिया है। अन्य का कहना है कि उन्होंने बोरिंग कराया है। अब निगम की टीम कंपनियों का सर्वे कर हकीकत को जानने का प्रयास करेगी।
-गिरिजा शंकर प्रसाद, नगर आयुक्त, आदित्यपुर नगर निगम