जमशेदपुर(ब्यूरो)। सिटी और आसपास के इलाकों में पार्किंग एक गंभीर समस्या बनकर सामने आ रही है। शहर में करोड़ों की बिल्डिंग बन रही है। नए-नए मॉल बनाए जा रहे हैं तो कई कमर्शियल कॉम्प्लेक्स भी पाइपलाइन में हैं, लेकिन हर कोई येन केन प्रकारेण केवल अपने फायदे की सोचने में ही लगा है। जमशेदपुर और उससे सटे आदित्यपुर में पार्किंग एक गंभीर समस्या है, लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है। आलम ये है कि बड़े भवन में बेसमेंट या फिर पार्किंग की सुविधा न होने की जानकारी सभी को है। इसके बावजूद आदित्यपुर नगर निगम इस दिशा में कोई एक्शन नहीं ले रहा है। कमर्शियल बिल्डिंग में पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण रोड पर पार्किंग हो रही है। आदित्यपुर में मेन रोड पर कार की पार्किंग हो रही है, तो सर्विस रोड पर बाइक की लंबी कतार लग रही है।
बेसमेंट में भी दुकान
आदित्यपुर में तो आपको बहुमंजिला इमारतें देखने को मिल जाएंगी। इनमें कई निर्माणाधीन हैं, लेकिन कहीं भी पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। ऊपर से लेकर नीचे तक दुकानें बनाकर उसे या तो किराए पर दिया जा रहा है या फिर बेच दी जा रही है। बिल्डर या यूं कहें कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स ओनर को इस बात की तनिक भी परवाह नहीं है कि आखिर यहां आने वाले लोग आखिर अपने व्हीकल को कहां पार्क करेंगे।
रोड पर गाड़ी पार्क कर मॉल में खरीदारी
कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत आम लोगों, खासकर राहगीरों को हो रही है। इसका कारण यह है कि लोग सर्विस रोड पर ही अपने वाहनों की पार्किंग कर रहे हैं। सर्विस रोड की चौड़ाई वैसे भी कम है और रोड पर पार्किंग के कारण रोड काफी संकरी हो जा रही है। ऐसे में लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी हो रही है और हर वक्त दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
रोड बना अघोषित पार्किंग
इस मामले में लोग जितने लापरवाह हैं, उतनी ही लापरवाही हमारे जिम्मेदार भी बरत रहे हैं। उन्हें भी इस बात से कोई सरोकार नहीं है कि लोग रोड पर पार्किंग कर रहे हैं या कहीं और। सर्विस रोड को छोटी गाडिय़ों और पैदल चलने वाले लोगों के लिए बनाया गया था, ताकि दुर्घटना से बचाव हो सके, लेकिन वह सर्विस रोड अब पूरी तरह से अघोषित रूप से पार्किंग एरिया बन चुका है।
यातायात प्रबंधन नियमावली की अनदेखी
आपको बता दें कि झारखंड नगरपालिका यातायात प्रबंधन नियमावली 2017 को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद पूरे झारखंड में इसे लागू कर दिया गया है। नगर विकास विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना भी जारी कर दी है। इसके तहत निर्धारित पार्किंग के अलावा किसी दूसरी जगह वाहन पार्क करने पर भारी-भरकम जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इतना ही नहीं फाइन न भरने पर वाहन की नीलामी भी कराई जा सकती है। इसके साथ ही फुटपाथ पर पार्किंग पूरी तरह बंद रहेगी, लेकिन इन सारे नियमों की अनदेखी हो रही है और लोग मनमाने ढंग से सड़क पर वाहनों की पार्किंग कर नियमों को धत्ता बता रहे हैं। दूसरी और आदित्यपुर नगर निगम के अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं।
क्या कहती है पब्लिक
रोड पर पार्किंग के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है, लेकिन करें भी तो क्या, क्योंकि स्थानीय प्रशासन द्वारा पार्किंग की सही व्यवस्था ही नहीं की जा रही है।
-दिनेश शर्मा
रोड पर पार्किंग गलत है। बिल्डिंग बायलॉज में पार्किंग का प्रावधान है, इसके बावजूद नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
-पंकज धानुका
रोड के किनारे और फुटपाथ पर पार्किंग कहीं से भी सही नहीं है। इसपर रोक लगनी चाहिए।
-संजय
शहर में पार्किंग एक गंभीर समस्या है। हालांकि लोगों को भी जागरूक होना होगा। साथ ही प्रशासन को भी रोड पर हो रही पार्किंग पर रोक लगानी होगी।
-अनमोल कुमार पोद्दार
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जमशेदपुर का मामला दूसरा है, वहां कोर्ट के आदेश पर बेसमेंट के खिलाफ एक्शन हो रहा है। यहां जो नया नक्शा पास हो रहा, उसमें बेसमेंट का प्रावधान है।
-आलोक कुमार, म्युनिसिपल कमिश्नर, आदित्यपुर नगर निगम