जमशेदपुर(ब्यूरो)। स्वच्छ भारत अभियान और खुले में शौच से मुक्ति का सपना अब भी पूरा नहीं हो सका है। गम्हरिया बाजार और लाल बिल्डिंग क्षेत्र के पास शौचालय न होने के कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। गम्हरिया मार्केट काफी बड़ा है और यहां 500 से ज्यादा दुकानें हैं और इनमें 150 से ज्यादा महिला दुकानदार हैं, लेकिन शौचालय न होने के कारण दुकानदारों के साथ कस्टमर्स को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इकलौता टॉयलेट भी बेकार
गम्हरिया मार्केट और लाल बिल्डिंग का एरिया काफी बड़ा है। लाल बिल्डिंग के पास एक शौचालय बना था जो वार्ड नंबर 6 में पड़ता है और रोड की दूसरी ओर स्थित गम्हरिया बाजार में एक सुलभ शौचालय बना है, जो वार्ड नंबर 5 में पड़ता है, लेकिन दोनों ही शौचालय पूरी तरह बेकार स्थिति में हैं। यानी दोनों उपयोग में नहीं हैं। इस कारण ग्राहकों और दुकानदारों को काफी परेशानी हो रही है।
डेली हजारों कस्टमर्स
गम्हरिया मार्केट और आस-पास के क्षेत्र में 500 से ज्यादा छोटी बड़ी दुकानें हैं। प्रतिदिन यहां हजारों की संख्या में कस्टमर आते हैं, लेकिन टॉयलेट की जरुरत महसूस होने पर उन्हें तत्काल घर का रुख करना पड़ता है या वे रोड के किनारे या मैदान में अपनी इस जरुरत को पूरा करते हैं। इस कारण कई बार शर्मनाक स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है।
महिला दुकानदारों को ज्यादा दिक्कत
सबसे ज्यादा बुरी स्थिति महिला दुकानदारों और ग्राहकों की होती है। बाजार में 150 से ज्यादा महिला दुकानदार हैं। यहां के दुकानदार बताते हैं कि पहले महिला दुकानदारों की संख्या कम थी, लेकिन कोरोना काल के बाद उनकी संख्या में इजाफा हुआ है, लेकिन टॉयलेट न होने के कारण महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई दुकानदार जो स्थानीय हैं, वे तो किसी के भरोसे दुकान छोड़कर घर चले जाते हैं, लेकिन जो दूर-दराज के होते हैं, उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है।
वार्ड 5 का टॉयलेट कंडम
गम्हरिया मार्केट में एक सुलभ शौचालय बना था। ये कब बना था किसी को नहीं मालूम। 6 माह तक चलने के बाद यह बंद हो गया। बाद में एक-दो साल पहले इसपर शिलान्यास का बोर्ड लगा। इसपर लिखा है कि इस शौचालय की प्राक्कलित राशि करीब 1 लाख रुपए है। अब यहां सवाल यह उठ रहा है कि आखिर दो तल्ला शौचालय आखिर एक लाख रुपए में कैसे बन गया। अगर बन गया तो अन्य सरकारी योजनाओं पर खर्च हो रही भारी-भरकम राशि पर स्वत: ही संदेह पैदा हो रहा है।
वार्ड 6 का टॉयलेट भी ध्वस्त
वहीं रोड की दूसरी ओर वार्ड नंबर 6 में रोड के किनारे शौचालय बना है, लेकिन वह भी ध्वस्त हो चुका है। गेट में ताला लगा है और सामने दुकानें लग रही हैं। इस संबंध में क्षेत्र की पार्षद ममता बेज का कहना है कि शौचालय की स्थिति से अवगत कराते हुए उन्होंने नगर निगम को पत्र लिख यहां शौचालय बनाने की जरूरत बताई है। लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हो सकी है।
वार्ड नंबर 6 का शौचालय ध्वस्त हो चुका है। यहां शौचालय बनाने के लिए उन्होंने नगर निगम को भी लिखा है। अधिकारी निरीक्षण के लिए भी आने वाले थे, लेकिन अभी तक मामले में कुछ नहीं हो सका है।
ममता बेज, पार्षद, वार्ड नंबर 6
शैचालय के पानी निकासी का काम हो गया है। पिछले दिनों यहां पहुंचे डीसी को भी मार्केट की स्थिति से अवगत कराया गया था। इसके बाद बाजार की सफाई हुई। कुछ और काम की जरूरत है जो जल्द ही पूरा करने के बाद शौचालय को शुरू कर दिया जाएगा।
सिद्धनाथ सिंह, पार्षद, वार्ड नंबर 5