JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज के लगभग एक दर्जन चिकित्सकों को बीते पांच माह से वेतन नहीं मिला है। इससे उनमें आक्रोश बढ़ते जा रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि अगर जल्द ही उन्हें वेतन नहीं मिला तो वे लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने पांच माह पूर्व राज्य के विभिन्न जिलों में तैनात एक दर्जन चिकित्सकों को प्रमोशन देकर एमजीएम कॉलेज में विभिन्न पदों पर नियुक्त किया है। ये सभी चिकित्सक एमजीएम अस्पताल में सेवा दे रहे हैं। वे लगातार ड्यूटी आ रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक एक माह का भी वेतन नहीं मिला है। जबकि ये सभी चिकित्सक अपनी समस्याओं से विभाग के वरीय पदाधिकारियों को अवगत करा चुके हैं।

नहीं बना है पेमेंट स्लिप

इस दौरान पदाधिकारियों ने बताया कि अभी तक उन लोगों का पेमेंट स्लिप नहीं बना है। जिसके कारण वेतन जारी नहीं हो पाया है। चिकित्सकों में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए अब एमजीएम कॉलेज के ¨प्रसिपल डॉ। पीके बारला ने विभाग को पत्र भेजकर जल्द से जल्द वेतन जारी करने की मांग किया है। ताकि कॉलेज व अस्पताल को व्यवस्थित ढंग से चलाया जा सकें। चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना काल में वे दिन-रात अपनी सेवा दे रहे हैं लेकिन उनके बारे में कोई नहीं सोच रहा है। कोरोना को देखते हुए एमजीएम अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है और इसे बेहतर ढंग से संचालित करने में इन चिकित्सकों का अहम योगदान रहा है।

सोनारी में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर

पं। राजकुमार शुक्ल शोध संस्थान द्वारा रविवार सुबह सोनारी स्थित वीर मंच सामुदायिक भवन में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन हुआ। इस दौरान डॉ अनिल राय ने 16 पुरुष और छह महिलाओं की जांच की। उन्हें ऊंचाई के अनुसार कितना वजन होना चाहिए। शरीर में मधुमेह, रक्तचाप, बॉडी मास इंडेक्स सहित अन्य की जांच की गई। साथ ही मधुमेह से ग्रसित लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के गुर बताए गए। शिविर को सफल बनाने में अमित सामंत, सतीश गुप्ता, दीपक, कृष्णा राव, मोहन सिंह सहित अन्य का सक्रिय योगदान रहा।