छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) ने यूजी और पीजी फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा के लिए फॉर्म भराने का कार्य शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालय ने यह साफ कर दिया है कि ओपन बुक के माध्यम से परीक्षाएं नहीं ली जाएंगी। छात्रों को परीक्षा केंद्र में आकर परीक्षा देनी होगी। इसके लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या को बढ़ाया जा रहा है। आवश्यकता पड़ी तो बतौर परीक्षा केंद्र के तौर पर विश्वविद्यालय जिला प्रशासन से संपर्क कर स्कूल भवन भी ले सकता है। फिलहाल एक केंद्र में तीन पालियों में परीक्षा आयोजित करने पर विचार-विमर्श चल रहा है। परीक्षाएं कब से प्रारंभ होंगी, इसकी घोषणा अब तक नहीं की गई है। यूजीसी के निर्णय के अनुसार परीक्षाएं सितंबर माह में ही समाप्त कर लेनी है। यूजी फाइनल सेमेस्टर के फार्म भरने का कार्य सेामवार से प्रारंभ हो गया है तो पीजी फाइनल सेमेस्टर के फार्म भरने क कार्य 20 से प्रारंभ होगा।
37 हजार स्टूडेंट्स शामिल होंगे
इन परीक्षाओं में लगभग 37 हजार छात्र शामिल होंगे। परीक्षाएं पूरी तरह कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए तथा यूजीसी की गाइडलाइन के अनुरूप आयोजित की जाएगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए कोल्हान विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ। पीके पाणि ने बताया कि एक पाली दो घंटे की होगी। इस कारण एक सेंटर में तीन पाली की परीक्षा आयोजित करने में कोई परेशानी नहीं होगी। ओपन बुक के माध्यम से परीक्षा आयोजित नहीं होगी।
सेमेस्टर 5 की एग्जाम फीस अंतिम सेमेस्टर में समायोजित करने की मांग
कोल्हान विश्वविद्यालय के छात्रों ने यूजी सेमेस्टर 5 की परीक्षा शुल्क को अंतिम सेमेस्टर में समायोजित करने की मांग की है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) जमशेदपुर महानगर के द्वारा जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज, जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज, एबीएम कॉलेज और ग्रेजुएट कॉलेज में इस मांग को ले विवि के परीक्षा नियंत्रक के नाम ज्ञापन प्राचार्यों को सौपा गया। ज्ञापन सौंपते समय एबीएम गोलमुरी में प्रेम प्रकाश दुबे, मंगल सिंह, ग्रेजुएट कॉलेज में ज्योति दास, वर्कर्स कॉलेज में बापन घोष, सागर ओझा, को-ऑपरेटिव कॉलेज में बीरेंद्र कुमार व सोनू साह उपस्थित थे। ज्ञापन में बताया कि कोरोना के वजह से सभी छात्रों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुका है। इस बीच एक हजार रुपए देना संभव नही। विश्वविद्यालय प्रशासन को इस पर जल्द निर्णय लेने की मांग की गई है।