जमशेदपुर (ब्यूरो): बाजार का हस्तांतरण नगर निगम को न होने के कारण प्रति माह लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। वर्तमान में गम्हरिया मार्केट की यही स्थिति है। यहां वर्षों से बाजार लग रहा है, लेकिन नगर निगम को हैंडओवर न होने के कारण इसका खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है और नगर निगम को राजस्व का नुकसान हो रहा है।

नहीं है कोई व्यवस्था

बाजार नगर निगम को हैंडओवर न होने के कारण एक तो निगम को प्रतिमाह भारी भरकम नुकसान हो रहा है, दूसरी ओर दुकानदारों का आरोप है कि अवैध वसूली की वजह से वे त्रस्त हैं। बाजार में दुकानदारों से वसूली तो की जा रही है, लेकिन उन्हें कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। उनके बैठने की सही व्यवस्था नहीं है तो जगह को लेकर भी रोज-रोज की खिच-खिच से वे परेशान हैं।

दो-दो बार करना पड़ रहा भुगतान

गम्हरिया मार्केट के सब्जी विक्रेताओं का आरोप है कि मार्केट में आवंटित दुकानदार अपनी दुकानों के सामने रोड किनारे दुकान लगाकर सब्जी बेचने वालों से पैसे वसूलते हैं। इसके साथ ही बाजार समिति के नाम पर भी उनसे 30 रुपए की वसूली की जाती है। इस तरह इन गरीब दुकानदारों को दो-दो बार शुल्क का भुगतान करना पड़ रहा है।

रसीद में भी नहीं है एकरूपता

आदित्यपुर और गम्हरिया मार्केट के दुकानदारों से बाजार समिति द्वारा जो शुल्क वसूला जा रहा है, उसका रसीद भी अलग-अलग है, जबकि दोनों पर कृषि उत्पादन बाजार समिति, सरायकेला लिखा हुआ है। दोनों जगहों की रसीद को अगर आप देखेंगे तो अंतर साफ समझ में आ जाएगा।

डिप्टी मेयर कर रहे प्रयास

हालांकि आदित्यपुर नगर निगम द्वारा इस दिशा में प्रयास जारी है। गम्हरिया मार्केड के हैंडओवर को लेकर नगर निगम के डिप्टी मेयर अमित सिंह उर्फ बॉबी सिंह इस दिशा में प्रयासरत हैं। सोमवार को भी वे सरायकेला-खरसावां जिला मुख्यालय पहुंचे और डीसी ऑफिस में इस संबंध में बात की। उन्हें मामले में उचित आश्वासन भी मिला है।

आदित्यपुर सब्जी मार्केट का भी हाल बेहाल

यही हाल आदित्यपुर स्थिति दिंदली बाजार और आदित्यपुर थाना के सामने रोड के किनारे लगने वाले मार्केट का है। यहां भी बाजार में दुकानदारों से दैनिक शुल्क की वसूली की जाती है, लेकिन उनके लिए कोई सुविधा नहीं है। साफ-सफाई का भी वही हाल है। इतना ही नहीं रोड के किनारे बाजार लगने से सडक़ जाम की भी स्थिति बन जाती है, जिससे मरीजों को वहां स्थित स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने में परेशानी होती है।

दुकानदारों को नहीं मिलती सुविधा

इतना ही नहीं यहां प्रतिदिन शुल्क की वसूली तो की जाती है, लेकिन किसी तरह की उचित व्यवस्था दुकानदारों को नहीं दी जाती है। दिंदली मार्केट में तो गंदगी का अंबार है। कहा जा रहा है कि अगर यह बाजार नगर निगम के अधीन हो जाता है तो यहां साफ-सफाई, पानी, बिजली आदि की व्यवस्था दुरूस्त हो जाएगी।

गम्हरिया बाजार हैंडओवर नहीं हुआ है। इसके लिए जिला प्रशासन से बात चल रही है। हैंडओवर मिल जाने से बाजार की व्यवस्था में सुधार किया जाएगा और गरीब दुकानदारों को भी राहत मिलेगी। आदित्यपुर बाजार पर भी नगर निगम की नजर है और जल्द ही स्थिति में सुधार किया जाएगा।

अमित सिंह उर्फ बॉबी सिंह, डिप्टी मेयर, आदित्यपुर नगर निगम