जमशेदपुर : रांची-टाटा नेशनल हाईवे (एनएच)-33 के निर्माण कार्य पूरा होने की मियाद एक बार फिर बढ़ गई है। मंगलवार को जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने एनएच-33 का निरीक्षण किया। इस दौरान एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रभात कुमार भी थे। उन्होंने सांसद को बताया कि कोरोना की वजह से प्रोजेक्ट के पूरा होने में देर होगी। अब इसे जुलाई 2021 तक पूरा करने का नया लक्ष्य तय किया गया है।
सांसद ने ली जानकारी
इससे पहले सांसद ने पारडीह से लेकर डिमना चौक तक के निर्माण में आ रही विभिन्न समस्याओं का आकलन किया। पारडीह से लेकर डिमना चौक तक का दौरा करने के दौरान निर्माण में आ रही समस्याओं के बारे में जानकारी ली। सांसद ने एनएच-33 के निर्माण में जलजमाव, सर्विस लेन के चौड़ीकरण और अंडरपास के संबंध में स्थानीय जनता एवं कार्यकर्ताओं के साथ व्यापक विचार विमर्श भी किया। समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को समुचित दिशा-निर्देश भी दिए। लंबे समय तक चुप रहने के बाद पिछले दिनों एनएच-33 का निर्माण पूरा करने की मांग को लेकर राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। इसके साथ ही इस रोड का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है।
सर्विस लेन में पेंच
करीब सात साल से अटके टाटा-रांची राष्ट्रीय उच्चपथ (एनएच-33) के निर्माण में इस बार सर्विस लेन ने पेंच फंसा दिया है। मंगलवार को सांसद विद्युत वरण महतो ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकार (एनएचएआइ) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रभात कुमार के साथ डिमना चौक से पारडीह तक निरीक्षण किया, तो भाजपा नेता विकास सिंह समेत एनएच किनारे रहने वालों ने कहा कि सर्विस लेन की चौड़ाई कम से कम 10 मीटर नहीं हुई तो रोड बनने नहीं देंगे। लोगों का कहना था कि डिमना चौक से पारडीह तक करीब दो किलोमीटर की दूरी है, जिसके दोनों ओर सैकड़ों अपार्टमेंट, कालोनी-बस्ती है। यहां के लोग तीन मीटर की सड़क पर कैसे आवागमन करेंगे। यदि एक लेन में दो कार भी आमने-सामने आ गई तो जाम लग जाएगा। कहीं एक ट्रक या डंपर खराब हो गया, तो बाइक निकलने का रास्ता भी नहीं बचेगा। सुझाव दिया कि मेन लाइन की चौड़ाई कम करके सर्विस लेन बढ़ाया जा सकता है। इस सवाल पर प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने हाथ खड़े कर दिए, तो हंगामा बढ़ता देख सांसद विद्युत वरण महतो ने वे नए प्रस्ताव के साथ केंद्रीय मंत्री (सड़क परिवहन व राजमार्ग) से मिलेंगे। इससे पहले प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने कहा था कि जुलाई 2021 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन नए पेच से इसकी अवधि काफी बढ़ जाएगी। इस मौके पर इस क्षेत्र में सड़क बनाने वाले संवेदक आयरन ट्रायंगल के प्रतिनिधि केके बिल्डर के मालिक विकास सिंह भी मौजूद थे।