जमशेदपुर (ब्यूरो): लोकसभा चुनाव में कुछ महीने ही रह गए हैं। राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारी कर रही हैं, तो लोगों के बीच भी मुद्दों पर चर्चा शुरू हो गई है। लोग खास कर महिला सुरक्षा पर बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि आज महिलाओं की सुरक्षा के मामले में सरकार सख्त नहीं है। आपराधिक छवि वालों के चुनाव लडऩे पर भी रोक लगाने की बात उठी।

खास बातें

- सुरक्षित नहीं हैं महिलाएं, बने सख्त कानून

- महिला अपराध के दोषियों पर हो सीधे एक्शन

- दागी लोगों के चुनाव लडऩे पर लगे रोक

- साफ सुथरी हो राजनीति

महिला अपराध के दोषियों को मिले सख्त सजा

आज कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है। इसके लिए सख्त कानून बनाने की जरूरत है। महिलाएं सुरक्षित नहीं रहेंगी तो समाज कैसे सुरक्षित रहेगा। दोषिय़ों को सख्त सजा का प्रावधान होना चाहिए।

साथ सुथरी हो राजनीति

राजनीति को साफ-सुथरा बनाने की जरूरत है। इसके लिए इसमें युवाओं और साफ-सुथरी छवि वाले लोगों को सामने आने की जरूरत है। ऐसा न होने के कारण ही अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा है।

कानून बनाने में सभी का मिले सहयोग

आज महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में सख्त कानून बनाने की जरूरत है। इसके लिए सही लोगों को सामने आना होगा। कानून बनाने में सभी को सहयोग करने की जरूरत है, अन्यथा स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी।

आपराधिक छवि वाले लोगों को न आने दें राजनीति में

आपराधिक छवि वाले लोगों को राजनीति बाहर करने की जरूरत है। ऐसा न होने के कारण ही स्थिति बदतर होती जा रही है। इसमें सभी की भागीदारी जरूरी है। राजनीतिक दलों को भी इस दिशा में बढक़र पहल करने की जरूरत है।

राजनीति में साफ-सुथरी छवि वालों को आना होगा। इसके लिए सभी को साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। युवाओं को भी इस दिशा में आगे आना होगा।

अरुप मंडल

शनिवार को दुमका में जो घटना हुई वह शर्मनाक है। इस तरह की हरकत करने वालों को सख्त सजा दी जानी चाहिए, ताकि दूसरा कोई इस तरह की हरकत करने से पहले सहम जाए।

विमल शर्मा

महिला अपराध के खिलाफ कानून को ज्यादा सख्त बनाने की जरूरत है। इसका अनुपालन भी सख्ती से होना चाहिए। इसका भी ध्यान रखना चाहिए कि कोई निर्दोष न फंसे।

जसविंदर सिंह

आपराधिक छवि वाले लोगों को राजनीति में आने से रोकने की जरूरत है। इसके लिए ठोस प्रयास करने होंगे। युवाओं को आगे बढ़ाए बिना यह संभव नहीं है।

रोहित खंडेलवाल

राजनेता अगर साफ-सुथरी छवि वाले होंगे तो, राजनीति भी साफ-सुथरी होगी। इसके लिए पढ़े-लिखे लोगों को राजनीति में आना होगा।

प्रकाश