जमशेदपुर : लंबे समय से पुलिस व सुरक्षा बलों के लिए सिरदर्द बने नक्सली महाराज प्रमाणिक को भाकपा माओवादी ने संगठन से बर्खास्त कर दिया है। महाराज प्रमाणिक पर संगठन विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने का आरोप लगाते हुए उसे जोनल सदस्य पद से भी हटा दिया गया है। वहीं एरिया कमेटी सदस्य बैलून सरदार को भी संगठन से बर्खास्त किया गया है। भाकपा माओवादी दक्षिणी जोनल कमेटी के प्रवक्ता अशोक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि महाराज प्रमाणिक ने बीमारी का इलाज कराने के नाम पर बाहर निकल संगठन से गद्दारी की।
सजा देने का एलान
सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ थानांतर्गत दाडुदा ग्राम निवासी महाराज प्रमाणिक पर संगठन का 40 लाख रुपया, एक एके 47 रायफल, 150 गोली, एक 9 एमएम पिस्टल, मोबाइल, टैबलेट और वॉकी-टॉकी लेकर 14 अगस्त को संगठन छोड़कर भागने का आरोप लगाया गया है। प्रवक्ता अशोक ने कहा है कि बीमारी का इलाज कराने का बहाना बनाकर महाराज प्रमाणिक विगत 27 मई और 22 जून को बाहर गया था। जहां उसने पुलिस और खुफिया विभाग के बड़े अफसरों से मिलकर संगठन के साथ गद्दारी की। भाकपा माओवादी संगठन ने महाराज प्रमाणिक और बैलून सरदार को जन अदालत में सजा देने का भी एलान किया है।
2009 में संगठन से जुड़ा था
प्रेस विज्ञप्ति में प्रवक्ता अशोक ने कहा कि महाराज प्रमाणिक साल 2009 में भाकपा माओवादी संगठन से जुड़ा था। करीब 2 साल बाद उसे एरिया कमेटी फिर सब जोनल सदस्य बनाया गया। 2015 में वह दक्षिणी जोनल कमेटी का सदस्य चुना गया था। इतना ही नहीं महाराज प्रमाणिक को स्वतंत्र रूप से बुंडू, चांडिल सबजोन का इंचार्ज बनाकर कामकाज करने की जिम्मेदारी दी गई थी।