--भाजपा नेता राजेश सिंह समेत चार गिरफ्तार
--सफारी सवार राजेश और अन्य को देख सैंकी यादव 250 मीटर तक दौड़ते भागा
--धक्का मार सफारी सवारों ने गिराया, इसके बाद कर दी हत्या, कार से शरीर को रौंद क्षत-विक्षत किया
--दो पिस्तौल और सफारी जब्त
जमशेदपुर : वांटेड़ सैंकी यादव की हत्या को पूरी योजना के साथ फिल्मी स्टाइल में भाजपा नेता राजेश सिंह समेत आठ लोगों ने मानगो के उलीडीह थाना क्षेत्र खडि़या बस्ती रोड नंबर चार में गुरुवार को अंजाम दिया था। हत्या में पुलिस ने राजेश सिंह, शुभम सिंह, शेखर रक्षित, और संतोष उर्फ मिथिलेश तिवारी को गिरफ्तार किया हैं। राजेश सिंह की स्कार्पियो को जब्त कर लिया। वहीं सैंकी यादव की जहां हत्या की गई थी। वहां शव के पास रखे दो पिस्टल बरामद किए जिसमें चार कारतूस लोड था। यह पिस्टल किसका इसका पता पुलिस लगा रही हैं। सैंकी यादव के भाई संदीप यादव की शिकायत पर राजेश सिंह, उसके भगीना रोहन सिंह समेत शुभम सिंह, नीरज सिंह, संतोष तिवारी, आयुष सिंह, रोहित भुइंया, मनीष सिंह, शेखर रक्षित और उत्तम लोहार के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी उलीडीह थाना में दर्ज कराई हैं। सभी पर आरोप हैं कि टाटा सफारी और स्कूटी पर सवार होकर आए। पहले गोली मारी। सफारी से सिर कुचल दिया। पत्थर और ईंट कूचकर हत्या कर दी।
स्वीकार किया दोष
गिरफ्तार आरोपितों ने अपना दोष पुलिस के सामने स्वीकार किया हैं। हत्या का कारण पुरानी दुश्मनी हैं। मृतक के खिलाफ आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं भाजपा नेता पर उलीडीह और एमजीएम थाना में चार प्राथमिकी दर्ज हैं। इसकी जानकारी सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने शुक्रवार को देर शाम एमजीएम थाना में पत्रकारों को दी। बताया बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी को छापेमारी जारी हैं। गिरफ्तार आरोपितों को जेल भेज दिया गया। एसपी ने बताया कि मृतक का सिर और शरीर पूरी तरह कुचल दिए जाने के कारण शव क्षत-विक्षत हो गया था जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा हैं कि उसे गोली मारी गई थी या नहीं। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस ने शव के पंचनामा में गोली मारकर और ईंट-पत्थर से कूचकर हत्या किए जाने को अंकित किए हैं। हालांकि आरोपित गोली मारने से इंकार कर रहे हैं। वहीं सैंकी ने गोली चलाई या नहीं ये भी स्पष्ट नही हुए हैं। अभी सभी ¨वदुओं पर अनुसंधान जारी हैं।
पुरानी थी रंजिश
सैंकी यादव से राजेश सिंह की पुरानी रंजिश थी। केस-मुकदमा भी चल रहा था। पांच माह से जमीन की चारदीवारी को लेकर विवाद हुआ था जो बढ़ता चला गया। गुरुवार शाम को राजेश सिंह के भगीना और अन्य ने सैँकी के भाई दीपक यादव, चुन्नू पांडेय समेत अन्य के साथ मारपीट की थी। सैंकी यादव की तलाश सभी कर रहे थे। खडि़या बस्ती रोड नंबर चार के पास सैंकी यादव स्कूटी में अपने साथी पगला के साथ दिख गया। सैंकी यादव ने सफारी पर तीन राउंड फाय¨रग कर दी। इस दौरान सैंकी का सहयोगी स्कूटी लेकर भाग निकला। अकेला होने के कारण खडि़या बस्ती की पुल से करीब 250 मीटर से अधिक दूरी तक वह भागता रहा। सफारी सवारों ने पीछा करते हुए उसे धक्का मारकर गिरा दिया। बावजूद उठकर उसने भागने की कोशिश की। सफारी का चालक शेखर रक्षित ने उसे पकड़ लिया। सफारी और स्कूटी पर सवार लोग उतर गए। इसमें राजेश सिंह भी शामिल था। उसे गोली मारी। इसके बाद ईंट-पत्थर उसका सिर कूचने लगे। उसे घसीट-घसीट मारते रहे। इसके बाद सफारी से उसके शरीर को कुचल दिया।
हत्या के बाद भाग निकले
हत्या के बाद राजेश सिंह और उसके सभी साथी इधर-उधर निकल गए। राजेश सिंह अपने एमजीएम बालीगुमा आवास चला गया। वहां से कुछ समय बात बालीगुमा पहुंचा। भारी वाहनों के कारण जाम लगने पर वापस खडि़या बस्ती होते हुए एमजीएम थाना पहुंचा। वहां उसने पुलि अधिकारी को बताया कि उसकी वाहन पर फाय¨रग की गई हैं। एक बार उसने सैंकी यादव पर फाय¨रग किए जाने की बात कहीं। बाद में बातों को बदल दिया। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि सैंकी यादव की हत्या खडि़या बस्ती में कर दी गई हैं। पुलिस वहां पहुंची। शव के पास दो पिस्तौल मिले जिसे पुलिस ने बरामद किए।