छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: मानगो के उलीडीह थाना क्षेत्र स्थित बिरसा चौक के पास अनूप कुमार सुरेखा उर्फ पप्पू मारवाड़ी ( 55 वर्षीय) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना शनिवार की है। अनूप कुमार सुरेखा उर्फ पप्पू मारवाड़ी को गोली मार भाग रहे अरोपित को स्थानीय लोगों ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। उसकी पिटाई की। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया। आरोपित से देशी कट्टा बरामद की गई। पूछताछ में उसने अपना नाम सनातन लोहार बताया। वह परसुडीह का रहनेवाला है। हत्या का कारण उसने जुआ खेलने को लेकर कालीपूजा में हुए विवाद को बताया। कहा मृतक ने उसकी बेइज्जती की थी। इसका बदला उसने लिया। घटना की जानकारी पर सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। आरोपित से पुलिस की पूछताछ जारी है। वहीं घटना को लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश देखा गया।
काली पूजा में हुआ था विवाद
सनातन लोहार ने पुलिस को बताया अनूप कुमार सुरेखा का उसका विवाद काली पूजा में जुआ अड्डा पर हुआ था। अनूप ने जुआ में काफी रुपए जीते थे। बेइमानी भी की थी। जब उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई। एक थप्पड़ भी मारा था। काफी बेइज्जती की थी। शनिवार शाम अनूप उसे मानगो में दिख गया। वह उसके पास गया। कालीपूजा की घटना के दिन मारपीट और बेइज्जती का कारण पूछने लगा। वहां विवाद हुआ। उसने पिस्तौल निकाली। अनूप के सिर में सटाकर गोली मार दी। वह भागने लगा तो लोगों ने उसे पकड़ लिया। घायल को पुलिस ने एमजीएम अस्पताल में दाखिल कराया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गुंजन मछुवा का सहयोगी
सनातन लोहार ने बताया वह परसुडीह के गुंजन मछुवा का सहयोगी रहा है। पिस्तौल गुंजन मछुवा की है जो अब इस दुनिया में नहीं है। उसे पिस्तौल रखने को दिया था। इसी पिस्तौल से उसने अनूप कुमार सुरेखा की हत्या की है। गौरतलब है गुंजन मछुवा की गतिविधि आपराधिक थी। वह परसुडीह में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए वीर सिंह बोदरा का सहयोगी था। मुठभेड़ में गुंजन मछुवा पकड़ा गया था। सभी मामलों में बरी होने के बाद गुंजन मछुवा भाजपा में शामिल हुआ था। तीन साल पहले उसकी मौत कटक में बीमारी के कारण हो गई थी।