जमशेदपुर (ब्यूरो): 14 अप्रैल, आजादी के इतिहास का एक अहम दिन। इतिहास के पन्नों पर यह सुनहरे अक्षरों में लिखा हुआ होना चाहिए था। आजादी के इतिहास का एक अहम दिन, जो हमसे छुपाया गया। हम नहीं जानते हैं। आजाद हिन्द फौज की वीरता की कहानी। मातृभूमि की रक्षा की लड़ाई में हजारों आजाद हिंद फौज के जवान शहीद हो गए। 14 अप्रैल 1944 को आजाद हिन्द फौज ने अंग्रेजों को हराकर मणिपुर राज्य के मोइरांग में नेताजी के निर्देश में कर्नल सौकत अली मलिक तिरंगा झंडा फहराया। लोग नहीं जानते क्योंकि यह इतिहास के पन्नों में नहीं है।

यादगार सभा आयोजित

उस दिन की याद में, बिष्टुपुर मिलनी हॉल में नेताजी सुभाष मंच की ओर से झारखंड राज्य में पहली बार &मोईरंग विजय दिवस&य के नाम से एक यादगार सभा का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि समाजसेवी शेखर दे, मंच के चेयरमैन पूर्व कमिश्नर विजय कुमार सिंह, अध्यक्ष पीके नंदी, मुख्य वक्ता आरआर सेन, सचिव नीतीश तिवारी, सांस्कृतिक सचिव मिस्टु मुखर्जी, ट्रेजरर संध्या प्रधान, लेखा और वित्त सचिव पूरबी घोष, संगठन सचिव अंजन दास, संजय वर्धन, पार्थो रॉय, एस सेन, एस परमाणिक, अजंता, मधु राव, शक्ति, राजू अग्रवाल, अनिल सिंह, पीके झा, संदीप रॉय, कमल, सीताराम, बादल, संतोष आदि मौजूद थे।

फल और मीठा वितरित

समाजसेवी मनोज मांझी अपने जन्म दिन के अवसर पर, समाज के उन पीडि़त लोगों के बीच गए, जिनको सही मायने में, सहयोग की जरूरत है। इसी क्रम में मनोज मांझी वृद्धा आश्रम, चेसायर होम और जमशेदपुर के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम में जाकर सभी जरूरतमंदों के बीच फल और मीठा का वितरण किया और सभी से आशीर्वाद प्राप्त किए। इस अवसर पर उनके साथ उनके सहयोगी, समर्थक मौजूद थे।