JAMSHEDPUR: परसुडीह स्थित सदर अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने की हर संभव प्रयास किया जा रहा है। मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ। एके लाल ने इसे लेकर एक बैठक बुलाई और लैब को जल्द से जल्द खोलने का निर्देश दिया। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ। साहिर पाल ने कहा कि लैब खुलने से मरीजों को काफी फायदा मिलेगा। अभी तक देखा जाता है कि पूर्वी सिंहभूम जिले में जब कोई डेंगू, चिकुनगुनिया, जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई), पीलिया, उल्टी-दस्त, टाइफाइड, स्क्रब टाइफस आदि संक्रमण की जांच के लिए महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज भेजा जाता था लेकिन अब सभी तरह की जांच यहां संभव होगी। इससे मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। वहीं, बीमारी की पहचान भी तत्काल किया जा सकेगा। इससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा भी मिल सकेगा।
बीमारी की वजह होगी मालूम
पूर्वी सिंहभूम जिला डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया व जापानी इंसेफ्लाइटिस का गढ़ माना जाता है। यहां इससे संबंधित मरीजों की संख्या सबसे अधिक होती है। एक साल पूर्व धतकीडीह क्षेत्र में पीलिया फैला था। सैकड़ों लोग इसकी चपेट में आए थे। इसे नियंत्रण करने को लेकर दिल्ली से चार सदस्यीय टीम भी आई थी, जो एक सप्ताह तक रुकी थी। लैब शुरु होने से खून, मल आदि की जांच में संक्रमण के कारण पता किए जाएंगे। पानी में संक्रमण है तो संबंधित विभाग को सूचित किया जाएगा।
सदर अस्पताल में डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ लैब (डीपीएचएल) बनकर तैयार हो चुका है। यहां पर सभी तरह की माइक्रोबायोलॉजी जांच होगी। इसके लिए कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है। मार्च माह के अंतिम तक इसे शुरू कर दिया जाएगा। शहरवासियों के लिए यह बड़ी उपलब्धि होगी।
- डॉ साहिर पॉल, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी