JAMSHEDPUR: साढ़े पांच माह के बाद मिनी बसों का परिचालन बुधवार को हुआ। लेकिन यात्रियों की कमी के कारण सिर्फ छह बसों का ही परिचालन बुधवार को हो पाया। यह छह बसें टाटा-कांड्रा व साकची-स्टेशन मार्ग पर ही चल पाई। अन्य मार्ग पर बसों का परिचालन बुधवार को नहीं किया गया। । बुधवार को चली छह बसों में प्रत्येक बस में 300-400 रुपये का नुकसान बस मालिक को उठाना पड़ा। टाटा-कांड्रा मार्ग के बसों में तो यात्री थे, लेकिन साकची-स्टेशन मार्ग पर यात्रियों की कमी थी। बसें खाली ही दौड़ाई जा रही थी। इस मार्ग पर पांच से छह यात्री ही बसों में सवार हो रहे थे।
बसों की संख्या बढ़ेगी आज से
साढ़े पांच वर्षों से बसों का परिचालन ठप होने के कारण बसों को मरम्मत की जरुरत थी। बसों की मरम्मत की जा रही है। कई बस अनफिट होने के कारण बसों का परिचालन नहीं हो सका और कई बस के मालिक बुधवार को बस की आमदनी देखने के लिए अपने बसों का परिचालन नहीं कर सकी। गुरुवार को साकची से अन्य रुट की बसों का परिचालन किया जाएगा। साकची मिनी बस स्टैंड से लॉकडाउन के पहले 85 मिनी बस विभिन्न मार्गों पर दौड़ती थी। शिक्षित बेरोजगार मिनी बस एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष संजय पांडेय ने बताया कि पहले दिन मार्ग पर यात्रियों की कमी देखी गई है। गुरुवार से बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
फेस शील्ड का नहीं किया यूज
मिनी बस चालकों ने बस का परिचालन करते वक्त गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन नहीं किया। चालक व खलासी बिना फेस शील्ड के बसों में सवार थे। यह सिर्फ मास्क के ही इस्तेमाल कर रहे थे। बस के चालक वाली सीट के सामने कोई यात्री को नहीं बैठाया गया था। बस में सवार यात्रियों से दोगुना किराया लिया गया। इसके बाद भी बसों के परिचालन से करीब 400 रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
लंबी दूरी की 60 बसों का हुआ परिचालन
मानगो बस स्टैंड से एक सितंबर को लंबी दूरी के बसों का परिचालन शुरु हो गया था। पहले यहां से 30-35 बसों का ही परिचालन हो रहा था। लेकिन बुधवार को 60 बसों का परिचालन मानगो बस स्टैंड से हुआ। यात्रियों की संख्या में कोई इजाफा इन नौ दिनों में नहीं हुआ है। बस चालक व खलासी सिर्फ मास्क का ही इस्तेमाल कर रहे है। फेस शील्ड का इस्तेमाल यह नहीं कर रहे है। यात्रियों को शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए बस में बैठाया जा रहा है। यात्रियों को मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। बुधवार को रांची, चाईबासा, बहरागोड़ा, घाटशिला सहित झारखंड के कई हिस्सों में बसों का परिचालन किया गया। जमशेदपुर बस ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन के संरक्षक उपेंद्र शर्मा ने बताया कि सरकार जब तक अंतरराज्यीय बसों का परिचालन नहीं करती। तब तक लंबी दूरी की यात्रियों की संख्या में इजाफा की संभावना कम है। अंतरराज्यीय बसों का परिचालन होने से यात्रियों में इजाफा होने की उम्मीद है। लॉकडाउन के दौरान बसों का बकाया टैक्स माफी करने की मुद्दे को उठाने का एसोसिएशन ने स्वागत किया है। टैक्स माफ होने पर बस मालिकों को राहत मिलेगी।