छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए नए सुपरिंटेंडेंट डॉ। संजय कुमार प्रयास तेज कर दिए हैं। बुधवार को उन्होंने एक निर्देश जारी किया, जिसे सुनकर चिकित्सकों में खलबली मची हुई है। अब तक दिन में सिर्फ एक बार ही डॉक्टर इंडोर (वार्ड) में राउंड लेते हैं। इसके बाद नहीं जाते हैं। छुट्टी के दिन तो छोड़ ही दीजिए। इससे मरीजों को परेशानी होती है। अब सुपरिंटेंडेंट ने शाम के साथ-साथ छुटटी के दिन भी राउंड लेना अनिवार्य कर दिया है। वहीं इमरजेंसी विभाग में हैंडओवर-टेकओवर सिस्टम लागू किया गया है। अबतक डॉक्टरों का मनमानी रवैया जारी था। अधिकांश डॉक्टर समय पर ड्यूटी आते नहीं और समय से पूर्व ही निकल जाते थे। इस दौरान इमरजेंसी विभाग खाली पड़ जाता था और मरीजों को चिकित्सा के लिए इंतजार करना पड़ता था। कई बार मरीजों की मौत भी हो जाती है और उसके बाद परिजन हंगामा करते हैं। इसे दुरुस्त करने के लिए हैंडओवर-टेकओवर सिस्टम लागू किया किया गया है। इससे फायदा यह होगा कि जब तक दूसरी पाली के संबंधित डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं पहुंचेगा। तबतक वह सेवा में बने रहेगा।
बेहतर सेवा ही लक्ष्य
इमरजेंसी सेवा बेहतर करने के लिए एमजीएम सुपरिंटेंडेंट ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है। इसमें डॉ। ललित मिंज, डॉ। भीम सेन हांसदा व डॉ। नरायण उरांव शामिल हैं। ये टीम इमरजेंसी विभाग की निगरानी करने के साथ-साथ डॉक्टर व कर्मचारियों की उपस्थिति भी सुनिश्चित कराएगी। साथ ही टीम खामियां, शिकायत व सुझाव भी सुपरिंटेंडेंट को देगी। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।