जमशेदपुर (ब्यूरो): लोकसभा चुनाव में कुछ महीने ही रह गए हैं। राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारी कर रही हैं, तो लोगों के बीच भी मुद्दों पर चर्चा शुरू हो गई है। यह बात सामने आई कि नेताओं ने राजनीति को मजाक बना दिया है। करप्शन पर भी चर्चा हुई। लोगों ने बेबाकी से अपनी बातें रखीं।
खास बातें
- राजनीति को बना दिया है मजाक
- नेता बनने के लिए तय होना चाहिए शिक्षा का पैमाना
- पैसों की बंदरबांट, पेपर लीक रोकने के लिए बने मैकेनिज्म
- दागी लोगों के चुनाव लडऩे पर लगे रोक
परिवारवाद हो खत्म
आज सभी ने राजनीति को मजाक बना दिया है। मंत्री और विधायक बनने में भी परिवारवाद चल रहा है। बाप के बाद, बेटा, पत्नी, भाई जैसे ट्रेंड को खत्म करने की जरूरत है।
आपराधिक छवि वालों के चुनाव लडऩे पर लगे रोक
ज्यादातर नेता और मंत्री दागी हैं। उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके बावजूद वे संवैधानिक पद पर हैं और आईएएस और आईपीएस जैसे पढ़े लिखे लोग, इन दागी नेताओं के पीछे-पीछे घूमते हैं, जो शर्मनाक है।
भेज देना चाहिए जेल
आज बोर्ड परीक्षा के भी पेपर लीक हो रहे हैं, ऐसे में युवा पीढ़ी का क्या होगा, यह समझ से परे हैं। ये नेता नहीं चाहते की बच्चे आगे बढ़ें, अन्यथा इस तरह के मामले में संबंधित अधिकारी के साथ ही मंत्री तक को जेल भेज देना चाहिए।
अनपढ़ को न बनाया जाए मंत्री
नेता बनने के लिए शिक्षा का पैमाना तय होना चाहिए। आज अनपढ़-गंवार कोई भी नेता बन रहा है और यहां तक की उसे मंत्री भी बना दिया जा रहा है, जो पढ़े-लिखे लोगों को पीछे-पीछे घूमा रहे हैं। इसपर रोक लगने की जरूरत है।
वर्तमान समय में राजनीति मजाक बन कर रह गई है। सभी तुष्टिकरण में लगे हैं। इसके लिए कोई कुछ भी करने से बाज नहीं आ रहा है। इसके लिए सख्त नियम होने चाहिए।
संस्कार
किसी भी सरकारी काम में पैसों की जमकर बंदरबांट हो रही है, जो गलत है। इस तरह के मामले में संबंधित अधिकारियों के साथ ही विभागीय मंत्री के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
अंशु त्रिपाठी
दागी नेता और मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। दागी लोगों को चुनाव लडऩे पर पाबंदी होनी चाहिए। उन्हें मंत्री पद तो कतई नहीं मिलना चाहिए।
दीपक सिंह
नेता बनने के लिए शिक्षा का पैमाना तय होना चाहिए। इसके लिए कम से कम स्नातक तक की शिक्षा अनिवार्य की जानी चाहिए, तभी देश और राज्य का भला हो सकेगा।
सनोज कुमार
करप्शन की रोकथाम के लिए सख्त कानून बनाने की जरूरत है। ऐसा करने से ही व्यवस्था में सुधार होगा। इसके लिए चाहे कोई भी हो, उसे जेल भेज देना चाहिए।
पंकज
शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करना चाहिए। पेपर लीक पर रोक लगाने के लिए सख्त नियम होने चाहिए और इस तरह की हरकत करने वालों के खिलाफ भी सख्त एक्शन हो।
सुशांत मिश्रा