जमशेदपुर (ब्यूरो): लोकसभा चुनाव में कुछ महीने ही रह गए हैं। राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारी कर रही हैं, तो लोगों के बीच भी मुद्दों पर चर्चा शुरू हो गई है। इस दौरान लोग बेबाकी से अपनी राय रख रहे हैं। इस दौरान लोग युवाओं से आगे आने की भी अपील कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक युवा आगे नहीं आएंगे, तब तक वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था में सुधार की उम्मीद नहीं की जा सकती है। महिला सुरक्षा पर भी बात हुई।
खास बातें
- युवाओं को मतदान के लिए आगे आना चाहिए
- ऑनलाइन वोटिंग का हो प्रावधान
- एक भी वोट न हो बर्बाद इसका रखें ध्यान
- महिला सुरक्षा पर भी हो ठोस पहल
महिला सुरक्षा पर हो विशेष फोकस
महिला सुरक्षा पर विशेष फोकस होना चाहिए। इसके लिए बातें, तो लंबी चौड़ी होती हैं, लेकिन ठोस पहल नहीं होती। कुछ नेता ही अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए इसमें कई तरह के अड़ंगा लगा देते हैं।
ताकि वोट न हो बर्बाद
युवाओं को राजनीति में आगे आने के साथ ही बढ़-चढ़ कर मतदान करने की जरूरत है। एक भी वोट बर्बाद न हो, इसका ध्यान रखना होगा। इसके साथ ही ऑनलाइन वोटिंग का भी प्रावधान होना चाहिए, ताकि मतदान के दौरान न आ पाने वाले भी वोट दे सकें और वोट बर्बाद न हो।
महिला अपराध से जुड़े लोगों को हो कड़ी सजा
महिला सुरक्षा काफी जरूरी है, लेकिन उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है। आए दिन छेडख़ानी और रेप जैसी घटनाएं हो रही हैं और इस तरह के आरोपियों को आसानी से छोड़ भी दिया जाता है, जो एक गंभीर मामला है। इस तरह के मामले में ठोस कार्रवाई हो।
युवाओं को आगे लाएं राजनीतिक दल
बेहतर व्यवस्था बनाए रखने के लिए युवाओं को राजनीति में आने की जरूरत है। इसके लिए उन्हें भी चुनाव लडऩा होगा। सभी राजनीतिक पार्टियों को भी इस दिशा में पहल करनी चाहिए। केवल बड़ी-बड़ी बातें करने से कुछ नहीं होगा।
युवाओं को मतदान के लिए जागरुक होना होगा। एक भी वोट बर्बाद न हो, इसका ध्यान रखने की जरूरत है। हमें स्वच्छ छवि वालों को ही वोट देना चाहिए।
मोहन कुमार
महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त और ठोस कदम उठाने के साथ ही ऐसे कानून भी बनने चाहिए, ताकि दोषी बच न सके। इसके लिए कानून में सख्त प्रावधान करना होगा।
सोनू
ऑनलाइन वोटिंग का प्रावधान होगा, तो वोट बर्बाद नहीं होगा और वोटिंग के समय न आ पाने वाले लोग भी आसानी से अपना मतदान कर सकेंगे।
सौरव
महिला सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। इसके लिए सरकार को बेहतर पहल करनी होगी। आज कुछ कानून बने हैं, लेकिन इसे और सख्त बनाना होगा। विरोध करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जरूरत है।
अभय रंजन
देश का कानून एक समान होना चाहिए। इसके लिए भी ठोस पहल करने की जरूरत है। आज जाति और वर्ण के मुताबिक कानून बने हुए हैं। इसमें बदलाव करना जरूरी है। यह समय की मांग है।
मनीष कुमार