जमशेदपुर (ब्यूरो): अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने आपातकाल पर बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपातकाल के दौरान भारत के लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास किया गया था। देश की अदालतें, हर संवैधानिक संस्था, प्रेस, सब पर नियंत्रण लगा दिया गया था। सेंसरशिप की ये हालत थी कि बिना स्वीकृति कुछ भी छापा तक नहीं जा सकता था। इसके बावजूद भारत के लोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से ही आपातकाल को हटाकर वापस लोकतंत्र की स्थापना की। तानाशाही की मानसिकता को, तानाशाही की वृति-प्रवृत्ति को लोकतांत्रिक तरीके से पराजित करने का ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है।
देश का युवा छू रहा आकाश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज हमारा देश जब इतने सारे क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर रहा है तो आकाश या अन्तरिक्ष, इससे अछूता कैसे रह सकता है। बीते कुछ समय में हमारे देश में स्पेस सेक्टर से जुड़े कई बड़े काम हुए हैं। देश की इन्हीं उपलब्धियों में से एक है इन स्पेस नाम की एजेंसी का निर्माण। उन्होंने कहा, आज से कुछ साल पहले हमारे देश में स्पेस सेक्टर में स्टार्ट अप के बारे में कोई सोचता तक नहीं था। आज इनकी संख्या 100 से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा, देश का युवा आकाश छूने को तैयार है तो हमारा देश कैसे पीछे रह सकता है।
जल स्त्रोतों पर करें आयोजन
पीएम मोदी ने कहा, हमारे देश में मानसून का लगातार विस्तार हो रहा है। अनेक राज्यों में बारिश बढ़ रही है। यह समय जल संरक्षण का भी है। समाज सदियों से यह जिम्मेदारी उठाता रहा है। जल संरक्षण जीवन संरक्षण है। आजकल कई नदी महोत्सव होने लगे हैं। आपके यहां जो भी जल स्त्रोत हैं, वहां कुछ न कुछ आयोजन जरूर करें।
मिताली राज को किया याद
पीएम मोदी ने कहा, भारत की सर्वाधिक प्रतिभाशाली क्रिकेटरों में मिताली राज भी हैं। उन्होंने इसी महीने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। उन्होंने कई खेल प्रेमियों को भावुक कर दिया। उन्होंने कहा, वह महज एक असाधारण खिलाड़ी नहीं हैं। वह अनेक खिलाडिय़ों के लिए प्रेरणास्त्रोत भी रही है। इस कार्यक्रम में रीता मिश्रा, संजय तिवारी, राकेश सिंह, प्रशांत बनर्जी, मारुति पांडे, सुजीत श्रीवास्तव, राजकुमार शाह, बबलू नायक, राम महानंद, बृजेश सोनकर, विनीता सिंह, गुलेश वर्मा, पिंकी सिंह, शत्रुघ्न महतो उपस्थित थे।