JAMSHEDPUR: भुवनेश्वर के किट् विश्वविद्यालय में संपन्न पांच दिवसीय ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी आर्चरी चैंपियनशिप में ओवरऑल नेशनल चैंपियन बन मंगलवार की सुबह टाटानगर पहुंची कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) की आर्चरी टीम का भव्य स्वागत किया गया। टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास केयू की वीसी प्रोफेसर डॉक्टर शुक्ला माहांती ने स्वागत किया। उन्होंने टीम के सभी तीरंदाजों को अमाला पहनाकर मिठाई खिलाई।
टीम ने रचा इतिहास
वीसी ने कहा कि कोल्हान यूनिवर्सिटी की आर्चरी टीम ने इतिहास रचा है। इस मौके पर टीम मैनेजर डॉ। आर के चौधरी को उन्होंने विशेष रूप से बधाई दी। मौके पर कुलानुशासक डॉ। एके झा, सिंडिकेट सदस्य अमिताभ सेनापति, सीनेट सदस्य सोनू ठाकुर, टाटा स्टील खेल विभाग के हसन इमाम मल्लिक, आर्चरी कोच बीएस राव, सुमित मिश्रा, महेंद्र सिंकू, डी साईश्वरी राव के अलावा कई गणमान्य उपस्थित थे ।
चाईबासा रेलवे स्टेशन पर भी वेलकम
टाटानगर से केयू आर्चरी टीम चाईबासा पहुंची। वहां रेलवे स्टेशन पर टाटा कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर कस्तूरी बोयपाइ एवं तुरतुंग आर्चरी ट्रेनिंग सेंटर के नेतृत्व में परंपरागत लोकनृत्य एवं फूल-माला के साथ इस टीम का अभिनंदन किया गया। तथा इस जीत की खुशी में लड्डू बांटे गए। टीम मैनेजर डॉ। आर के चौधरी ने बताया कि सचमुच केयू आर्चरी टीम ने इतिहास रचा है। इस नेशनल चैंपियन ट्रॉफी पर पिछले 15 वषरें से संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय एवं पंजाबी विश्वविद्यालय का ही कब्जा था। पहली बार यह ट्रॉफी झारखंड में आई है और वह भी कोल्हान विश्वविद्यालय में। इसके अलावा प्रथम बार आयोजित होने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम 2020 में आर्चरी के रिकर्व एवं कंपाउंड से कुल 18 खिलाडि़यों का चयन होना था उनमें नौ आर्चरी खिलाड़ी कोल्हान विश्वविद्यालय से चुने गए हैं। यह भी एक इतिहास बना है।
दिया जाएगा सम्मान
टाटा कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर कस्तूरी बोयपाई ने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय की प्रतिभावान टीम बहुत बड़ा काम करके लौटी है। आज के दिन को बच्चों ने खास बना दिया है, क्योंकि आज ही मैं सेवानिवृत हो रही हूं जो जीवन भर मेरे साथ इनकी यादें रहेगी। केयू के प्रोक्टर एके झा ने कहा कि टीम इतिहास रचकर लौटी है। बिना सुविधा के खिलाडि़यों ने जिस प्रकार प्रदर्शन कर देश भर में कोल्हान यूनिवर्सिटी का नाम रौशन कर दिया है। इसके लिए वीसी द्वारा राज्यपाल ने भी बधाई दी है। विजेता खिलाडि़यों को 6 जनवरी को कोल्हान विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में सम्मानित किया जायेगा।