जमशेदपुर (ब्यूरो): कालका माता परिवार जमशेदपुर द्वारा आयोजित इस धार्मिक महोत्सव में श्री गणेश वंदना के साथ भजनों का कार्यक्रम शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहा। इससे पहले संध्या 5 बजे से कालका माता की पूजा अर्चना शुरू हुई। ओमप्रकाश-लता नागेलिया ने पूजा की और पंडित रामजी पारिख ने पूजा करायी। महोत्सव में सभी महिलाएं चुंदड़ी ओढ़े व राजस्थानी परिधान में थीं।
मंगल पाठ का वाचन किया
स्थानीय भजन गायक प्रेम अग्रवाल, नेहा कौर एवं अनुभव अग्रवाल द्वारा माता के चरणों में मंगल पाठ का वाचन किया गया। साथ ही भजनों की प्रस्तुति की गयी। मां कालका की जीवनी पर नृत्य नाटिका का मंचन प्रेम अग्रवाल एंड ग्रुप की नेहा कौर, सीमा अग्रवाल, कुमारी प्रियंका एवं चंचल काश्वी आदि कलाकारों ने किया। भजनों के साथ नृत्य नाटिका ने सबका मन मोहा।
भजनों की दी प्रस्तुति
इस धार्मिक मौके पर भजन गायकों द्वारा लाया थारी चुदड़ी कर लो मां स्वीकार, बेगा बेगा आओ मेरी मां, मंदिर सज गया प्यारा प्यारा, मेरी आंखिया तरसे तेरी दीदार को, प्रेम का धागा तुमसे बांधा ये टूटे ना, जय काली जय काली जय काली मां, कितनी सुदर कितनी भोली बड़ी प्यारी आदि माता के चरणों में भजनों की अमृत वर्षा कर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण परिवार की महिलाओं द्वारा सजाया गया कालका माता का भव्य दरबार, छप्पन भोग, अखंड ज्योत, नृत्य नाटिका तथा महा प्रसाद था। सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने माता का प्रसाद ग्रहण किया।
इनका रहा योगदान
इस धार्मिक महोत्सव को सफल बनाने में कुंज बिहारी नागेलिया, सत्यनारायण नरेड़ी, किशोर नागेलिया, घनश्याम अग्रवाल, उत्तम नरेड़ी, नरेश नरेड़ी, सुशील, विश्वनाथ नरेड़ी, राजेश शर्मा, घनश्याम सेदुका, कृष्णा केडिया, गोविंद नागेलिया, बिल्लू नागेलिया, कविता अग्रवाल, रितु नागेलिया, विनीता नरेड़ी, ममता केडिया, सुनीता नरेड़ी, संतोषी नागेलिया, कविता सेदुका, निशा नागेलिया, सुमन नागेलिया, पदमा शर्मा, शीला नागेलिया, निलम नागेलिया समेत कालका माता परिवार के सभी सदस्यों का योगदान रहा।