JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) के परीक्षा विभाग ने वीसी प्रोफेसर डॉ गंगाधर पांडा से विचार विमर्श के बाद बुधवार को संभावित परीक्षाओं के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके अनुसार अब यूजी, पीजी प्रथम सेमेस्टर एवं फाइनल सेमेस्टर को छोड़ सभी सेमेस्टर में छात्रों को प्रमोट किया जाएगा। इसके लिए इंटरनल एसेसमेंट नंबर को आधार बनाया गया है। पचास प्रतिशत नंबर इंटरनल एसेसमेंट के तहत मिलेंगे तथा अन्य 50 प्रतिशत पिछले सेमेस्टर में प्रदर्शन के आधार पर मिलेंगे। जिन कॉलेजों में इंटरनल एसेसमेंट नहीं हुआ है वह वैकल्पिक उपायों के माध्यम से यह परीक्षा लेंगे। कोविड-19 के दौरान चल रहे ऑनलाइन क्लासेस को छात्रों की उपस्थिति माना गया है। इसे डीम्ड एटेंडेंस का नाम दिया गया है। यानी सभी छात्रों की 75 प्रतिशत हाजिरी मानी जाएगी तथा वे अगले सेमेस्टर में प्रमोट हो जाएंगे। मालूम हो कि इस संबंध में दैनिक जागरण ने 31 को समाचार प्रकाशित किया था। इस फैसले से केयू के सत्र 2019-20 तथा 2020-21 के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।
यूजी व पीजी की अधूरी परीक्षाएं होंगी
कोल्हान विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ। पीके पाणि ने बताया कि यूजी व पीजी प्रथम सेमेस्टर की अधूरी परीक्षाएं कॉलेज के खुलने के बाद होंगी, लेकिन यह तीन घंटे के बदले दो घंटे की होगी परीक्षा कुल 70 नंबर की होगी। इसमें यूजी में दस ऑब्जेक्टिव 20 नंबर का, तीन लघु उत्तरीय प्रश्न के 30 नंबर, एक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के 20 नंबर मिलेंगे। इसी तरह पीजी में दस ऑब्जेक्टिव दस नंबर का तथा तीन दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 60 नंबर रहेगा। कोविड-19 के कारण फाइनल सेमेसटर के छात्रों को कोई प्रोजेक्ट वर्क नहीं होगा।
एमबीबीएस की परीक्षा स्थगित
कोल्हान विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने 26 जून को होने वाली सेकेंड प्रोफेशनल एमबीबीएस की वार्षिक परीक्षा को स्थगित कर दी है। इस संबंध में अधिसूचना बुधवार को जारी कर दी गई है।
कांट्रेक्ट टीचर्स ने वीसी से की मुलाकात
कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) के विभिन्न कॉलेजों में सेवा दे रहे कांट्रेक्ट टीचर्स ने बुधवार को केयू ने नए वीसी गंगाधर पांडा से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी और और उन्हें अपनी मांगों से अवगत कराया। कोल्हान विश्वविद्यालय संविदा आधारित शिक्षक संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में मिलने गए प्रतिनिधिमंडल ने कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति गंगाधर पांडा से मिलकर विभिन्न समस्याओं को रखा। कुलपति ने मांग पत्र लेने के बाद कहा कि उनकी जो भी मांग है हम उसपर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए जल्द से जल्द समाधान करने का प्रयास करेंगे। विश्वविद्यालय के विकास में जो भी उचित कदम होगाए उसे उठाने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। कुलपति ने कहा कि जो कुछ भी मेरे अधीन होगा वह निश्चित पूरा किया जाएगा। मुलाकात करने गए प्रतिनिधिमंडल में डॉ कमलेश कुमार कमलेंदू, डॉ श्वेता शर्मा आदि शामिल थे।