छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) के बीएड परीक्षार्थियों को परीक्षा पूर्व तैयारी को लेकर वोकेशनल सेल के शिक्षा संकाय की ओर सप्ताह भर का अभियान चलाया गया। बीएड चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा 29 सितंबर से शुरू हो रही है। इस अभियान के तहत दो सत्रों में विद्यार्थियों की समस्याओं का निवारण किया गया। कोरोना काल में यह सत्र परीक्षार्थियों के लिए संजीवनी से कम नहीं था।
1500 स्टूडेंट्स शामिल हुए
वोकेशनल सेल से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सुबह और सायंकालीन सत्र में केयू के 15 कॉलेजों के करीब 1400 विद्यार्थी इसमें शामिल हुए। कोर्स की तैयारियों के अलावा परीक्षार्थियों को शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाने को लेकर प्रेरित भी किया है। इसमें केयू के वोकेशनल सेल के समन्वयक डॉ संजीव आनंद ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी की पंक्तियां 'वह प्रदीप जो दिख रहा है झिलमिल दूर नहीं है थककर बैठ गए क्या भाई मंजिल दूर नहीं है' उद्धृत करते हुए विद्यार्थियों में ऊर्जा का संचार किया । दोनों सत्रों में शिक्षा संकाय (एम एड) कोल्हान विश्वविद्यालय के मा¨नद प्राध्यापकों, विभागाध्यक्षा डॉ सुचित्रा बेहेरा, प्रो शिशिर कुमार बेज, डॉ मनोज कुमार, डॉ परितोष माझी, डॉ अलक्षेन्द्र कुणाल अशोक, डॉ स्नेहलता पुष्प, डॉ मोबारक करीम हाशमी और डॉ अर्पित सुमन टोप्पो ने मार्गदर्शन किया। केयू के वीसी प्रो गंगाधर पांडा, प्रोवीसी प्रो अरुण कुमार सिंह और कुलसचिव प्रो जयंत शेखर ने इस अनोखी पहल की सराहना की।
सीटें बढ़ाने की मांग
टाटा कॉलेज छात्र संघ ने टाटा कॉलेज चाईबासा में इंटरमीडिएट कला संकाय में नामांकन सीट बढ़ाने की मांग सचिव झारखंड अधिविद्य परिषद से की है। इस मांग को लेकर रविवार को सचिव जेएसी को संबोधित ज्ञापन चाईबासा के विधायक दीपक बिरुवा को सरनाडीह आवासीय कार्यालय में सौंपा। छात्रों ने विधायक बिरुवा को बताया कि 80 प्रतिशत विद्यार्थी आदिवासी बहुल क्षेत्र एवं गरीब परिवार से आते है। कला संकाय में हर साल सीट भर जाती है। सीट कम होने के कारण मैट्रिक पास विद्यार्थी चाह कर भी एडमिशन नहीं ले सकते हैं। छात्र संघ ने टॉटा कॉलेज चाईबासा में इंटर संकाय में सीट 256 (2 यूनिट) बढ़ाने के लिए विधायक दीपक बिरुवा से अनुरोध किया। इस बाबत विधायक बिरुवा ने भी इस मामले पर झारखंड अधिविद्य परिषद बात करने का आश्वासन दिया। छात्र प्रतिनिधिमंडल में मंजीत हांसदा, मनीष, दीपक नायक, एल्विन एक्का आदि शामिल थे।