JAMSHEDPUR: शहीद बाबा जीवन सिंह जी के 314वां शहीदी दिवस के मौके पर एग्रिको ट्रांसपोर्ट मैदान में दो दिवसीय कीर्तन दरबार के दूसरे दिन रविवार को कीर्तनी जत्थों ने कीर्तन गायन कर संगत को निहाल किया। इसमें करीब 20 हजार संगत ने शिरकत की। कीर्तन दरबार की समाप्ति के उपरांत गुरु का अटूट लंगर संगत ने छका। इस मौके पर दमदमी टकसाल के ज्ञानी चरणजीत सिंह ने कहा कि प्रकृति अनेकता में एकता तलाशती है। हमारे महान गुरुओं ने भी एक ईश्वर की उपासना की किंतु दूसरों को कभी भी अपना मत स्वीकार करने का दबाव नहीं दिया। बादशाह औरंगजेब भारत में केवल इस्लाम मत देखना चाहते थे जबकि गुरु तेगबहादुर विभिन्नता बनाए रखने को हिंदू धर्म की रक्षा के लिए कुर्बानी दी और भाई जीवन सिंह ने अपनी जान पर खेलकर गुरु जी का शीश गुरु गोविंद सिंह जी तक पहुंचाया। तब गुरु जी ने उन्हें गले लगाया और उन्हें रंगरेटा गुरु के बेटे के खिताब से नवाजा।
सामुदायिक भवन बनेगा : मंत्री
अमर शहीद बाबा जीवन सिंह जी की याद में गोलमुरी में सामुदायिक भवन का निर्माण सरकार कराएगी। रंगरेटा मजहबी सिख बिरादरी को आश्वस्त किया कि उन्हें अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए सरकार के तरफ से हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। देश की आजादी एवं राष्ट्र निर्माण में तथा सीमा की सुरक्षा में सिखों की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। यह बातें झारखंड के नगर विकास एवं आवास मंत्रालय के मंत्री चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने रंगरेटा महासभा द्वारा एग्रिको ट्रांसपोर्ट मैदान में दो दिवसीय 314 वां बाबा जीवन सिंह जी के शहादत दिवस समारोह को संबोधित करते कही। इससे पहले समुदाय की ओर से सुरजीत सिंह खुशीपुर ने रंगरेटा महासभा की ओर से उन्हें मांग पत्र भी सौंपा। रंगरेटा महासभा की ओर से झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष गुरुदेव सिंह राजा, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष सरदार गुरविंदर सिंह सेठी, तख्त श्री हरिमंदिर प्रबंधक कमेटी के इंद्रजीत सिंह सहित अन्य को प्रतीक चिह्न एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
कीर्तन दरबार के मौके पर झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष सरदार गुरविंदर सिंह सेठी, तख्त श्री हरिमंदिर प्रबंधक कमेटी पटना के उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष सरदार गुरुदेव सिंह राजा ने भी संगत को संबोधित किया।